उन्होंने चिटफंड कंपनी के माध्यम से आमजन की मेहनत की कमाई हड़पने वालों की बेनामी संपत्ति को सीज करने और कानूनी प्रावधानों के माध्यम से अपराधी को सजा और निवेशकर्ता को उसका रुपया प्राप्त कराए जाने वाले कानूनी प्रावधान तथा जांच संबंधित प्रक्रिया के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस दौरान उन्होंने चिंटफंड कंपनी अथवा वित्तीय संस्थाओं के माध्यम से बेनामी संपत्ति एकत्र करने वालों पर अपराध पंजीबद्ध करने की विभिन्न धाराओं और प्रक्रियाओं के बारे में जानकारी दी। साथ ही उन्होंने निर्देश दिए कि आमजन से फ्रॉड करके बेनामी संपत्ति एकत्र करने वालों पर भी पेनी नजर रखी जाकर कानूनी प्रावधानों के तहत कार्रवाई की जाए।
वित्तीय एवं अन्य संस्थाओं द्वारा नियमानुसार कार्य हो
बैठक में डीजी मिश्रा ने चैक बाउंस, आर्थिक अपराधों सहित अन्य अपराधों की थानावार समीक्षा करते हुए उक्त प्रकरणों के निराकरण के लिए सूक्ष्मता के साथ परीक्षण संबंधित आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उक्त प्रकरणों के फरार अपराधियों के विरूद्ध की जाने वाली कार्रवाई संबंधित कानूनी प्रावधान संबंधित आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए। इस अवसर पर उन्होंने बैंकर्स और सहकारिता विभाग के अधिकारियों से आह्वान किया कि किसी भी आर्थिक अपराध प्रकरण के दौरान बैंकर्स अथवा संबंधित संस्था उक्त संबंधित प्रकरण में आंतरिक जांच अनिवार्य रूप से करते हुए दस्तावेज भी तैयार करें, ताकि पुलिस को संबंधित प्रकरण में ठोस साक्ष्य प्राप्त हो सके जो प्रकरण संबंधित अपना पक्ष रखने में मजबूती के साथ काम आ सकें। स्पेशल डीजी मिश्रा ने निर्देश दिए कि वित्तीय एवं अन्य संस्थाओं द्वारा नियमानुसार कार्य हो यह सुनिश्चित कराया जाए। उन्होंने बताया कि पुलिसिंग को सशक्त और बेहतर बनाए जाने के उद्देश्य से उक्त प्रक्रिया का पालन अनिवार्य है। उन्होंने उक्त कार्य की मॉनिटरिंग के लिए पुलिस बीट अधिकारी, थाना प्रभारी, एसडीओपी और जिला स्तरीय अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। बैठक में स्पेशल डीजी मिश्रा ने जिले में एनजीओ, सहकारी समितियों, वित्तीय संस्थाओं, बैंक आदि के संबंध में जानकारी ली। उक्त संबंध में निर्देश दिए कि संबंधित थाना प्रभारी के पास उनके क्षेत्र में संचालित होने वाली आर्थिक, सामाजिक संस्थाओं की गतिविधियों संबंधित जानकारी होना चाहिए ताकि आमजन के साथ किसी तरह की धोखाधड़ी को रोका जा सके। उन्होंने सभी से आह्वान किया कि उक्त प्रक्रियाओं को अपनाकर आर्थिक अपराधों पर अंकुश लगाया जा सकता है। इस अवसर पर उन्होंने साइबर क्राइम की जानकारी देते इसे रोकने और आमजन को जागरूक करने के लिए विशेष प्रयास किए जाने की बात पर बल दिया। उन्होंने साइबर अपराधों की रोकथाम के लिए फाइनेंशियल साइबर क्राइम के प्रति आमजन को जागरूक करने की बात पर बल दिया।
ये थे उपस्थित
बैठक में एसपी विजय भागवानी ने जिले में अपराधों और अपराध निराकरण के लिए किए गए प्रयासों की जानकारी प्रस्तुत की। इस अवसर पर अपर कलेक्टर सुरेश चन्द्र वर्मा, एएसपी बिट्टू सहगल, एसडीएम आलीराजपुर लक्ष्मी गामड़, एसडीओपी पुलिस, समस्त थाना प्रभारी, डीपीओ न्याय विभाग, लीड बैंक मैनेजर सहित अन्य बैंकर्स तथा अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित थे। विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने भी अपने-अपने विचार व्यक्त किए।