शिक्षक दिवस पर आयोजित शिक्षक सम्मान समारोह के दौरान विद्यालय के मेरिट क्रम अनुसार बनाई गई सूची अनुसार छात्र परिषद के पदेन सदस्यों को प्राचार्य सतीशसिंह द्वारा विद्यालय के प्रति कर्तव्य व गरिमा के अनुरूप कार्य करने की शपथ दिलाई।[typography_font:14pt;” >चंद्रशेखर आजाद नगर. शिक्षक दिवस के अवसर पर शिक्षकों के सम्मान में उत्कृष्ट विद्यालय में स्कूली विद्यार्थियों द्वारा शिक्षकों के सम्मान में भव्य आयोजन किया गया। इसमें मुख्य अतिथि के रूप में संस्था प्राचार्य सतीशसिंह उपस्थित थे। शुभारंभ मां सरस्वती के माल्यार्पण के साथ संस्था प्राचार्य सतीशसिंह, विद्यालययीन शिक्षिका निर्मला कनेश, शिवांगिनी गौड़, वसुंधरा वाणी, कृष्णा चौरिया एवं अंकिता नागर द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। विद्यार्थियों की ओर से प्रीतिका देवड़ा, सिद्धि गुप्ता, याशिरा शेख, चित्रांशी परिहार, पलक जायसवाल, आयुषी सोनी, रीतिका सोनी, सुप्रिया विश्वास, अब्दुल अली असगर, संस्कार अरोड़ा, केशव माहेश्वरी, कुनाल पंचाल, महेश, राज मंडल, अर्पित भाबर ने सभी शिक्षक-शिक्षिकाओं का पुष्प गुच्छ व स्मृति चिन्ह देकर अभिनंदन किया। इस दौरान केक भी काटा गया। इस अवसर विद्यालयीन विद्यार्थियों व शिक्षक-शिक्षिकाओं ने भी अपने-अपने विचार रखे। विद्यार्थियों द्वारा शिक्षकों के सम्मान में सभी विद्यार्थियों व स्टाफ के लिए सहभोज का आयोजन किया। संचालन प्रीतिका देवड़ा, सिद्धि गुप्ता, याशिरा शेख ने संयुक्त रूप से किया। आभार संस्कार अरोड़ा ने माना।जीवन का लक्ष्य बतायामेघनगर. चातुर्मास के प्रारंभ से ही नगर में आचार्य जयन्तसेन सूरीश्वरजी की असीम कृपा से साध्वी कोमललताश्री की सुशिष्या के मुखारविंद से ज्ञान धर्म की गंगा प्रवाहित हो रही है। साध्वीश्री ने अपने प्रवचन में कहा कि मनुष्य को पापों से मुक्त होकर परमात्मा के पथ पर आरूढ होना ही उसके जीवन का लक्ष्य होना चाहिए। यदि हमनें जैन कुल में जन्म लिया तो हमारा परम ध्येय ही परमात्मा की भक्ति करना उनकी वाणी को श्रवण करना और परमात्मा के बतलाए मार्ग पर चलना ही जिनशासन के श्रावक का कर्तव्य भी होना चाहिए। साध्वी भगवंत ने कहा कि पर्वाधिराज पर्युषण महापर्व आज से प्रारंभ हो रहे है। जिनशासन में पर्वो के 8 दिनों का विशेष महत्व है।