31 अक्टूबर को झीरन क्षेत्र में संचालित माध्यमिक विद्यालय में जानकारी मिली कि कुछ वर्ष पूर्व बने माध्यमिक शाला भवन के कक्षा छठी वाले कमरे में फ र्श के नीचे का बहुत बड़ा हिस्सा भराव सहित भारी वर्षा के कारण धंस गया तथा नीचे की बाहरी दीवार तोड़कर मिट्टी आदि बाहर निकल जाने से कमरे के नीचे गुफ ानुमा खाली स्थान हो गया। ऊपर बने दो कमरों के फ र्श तथा दीवारों में भी दरारें हो गई। घटना 17 अगस्त की रात की बताई जा रही है। दोनों कमरों में संचालित छठी एवं 7वीं की कक्षाएं कमरों में समायोजित की गई ताकि दुर्घटना से बच्चो को बचाया जा सके।
प्रधानाध्यापक ईडुसिंह डुडवे वे बताया कि जिस समय भवन गिरा उस समय स्कूल की छुट्टियां थीं यानी की घटना 17 अगस्त शनिवार रात की है। सोमवार 19 अगस्त को स्कूल खुलने पर पता चला कि भवन का निचला हिस्सा धंस गया है। उन्होंने 19 अगस्त को ही सहायक आयुक्त आदिम जाति कल्याण विभाग आलीराजपुर तथा खंड शिक्षा अधिकारी आजाद नगर, खण्डस्रोत समन्वय जनपद आजाद नगर को पत्र के माध्यम से जानकारी दी तथा अतिशीघ्र मरम्मत करने का अनुरोध किया। पत्र दिए हुए तीन माह बीत रहे हैं मगर आज तक न तो मरम्मत की गई और ना ही कोई जवाबदार अधिकारी ही घटनास्थल पर आए। वर्तमान समय में कमरे बन्द पड़े होने से विद्यार्थियों को अन्य कमरों में अन्य कक्षा के छात्रों के साथ बैठ कर पढ़ाई करना पड़ रही है। इस कारण उनकी पढ़ाई पर विपरीत असर पढऩा संभव है। विद्यार्थियों तथा पालकों की मांग है कि भवन की मरम्मत अविलंब की जाए।
कार्रवाई का प्रयास
मैं अगस्त माह में यहां पदस्थ नहीं था। बाद में आया हूं। पूर्व के अधिकारी को पता होगा। झीरण के प्रधानाध्यापक ने भी बाद में संपर्क नहीं किया और ना ही दोबारा कोई जानकारी दी है। मैं जानकारी निकाल रहा हंू तथा उचित कार्रवाई हेतु प्रयास करूंगा।
-डीएस सोलंकी, बीईओ, चंद्रशेखर आजाद नगर
मैं अगस्त माह में यहां पदस्थ नहीं था। बाद में आया हूं। पूर्व के अधिकारी को पता होगा। झीरण के प्रधानाध्यापक ने भी बाद में संपर्क नहीं किया और ना ही दोबारा कोई जानकारी दी है। मैं जानकारी निकाल रहा हंू तथा उचित कार्रवाई हेतु प्रयास करूंगा।
-डीएस सोलंकी, बीईओ, चंद्रशेखर आजाद नगर