इसके माध्यम से हम व्यस्त रह सकते हैं। व्यस्त रहेंगे और मस्त रहेंगे तो कोई भी बीमारी हमें प्रभावित नहीं कर सकती। कुछ संगीतकारों ने पत्रिका से बातचीत में सेहतमंद रहने के राज बताए। पंचेश्वर रामायण मंडल के सदस्य पिंटू गुप्ता सभी प्रकार के वाद्य यंत्र बजाते हैं। लॉकडाउन के चलते काम बंद है। धार्मिक कार्यक्रम भी नहीं हो रहे। इसलिए घर में रहकर परिवार के साथ संगीत का आनंद ले रहे हैं। इन दिनों लोग कोरोना वायरस के चलते डरे सहमे हैं, लेकिन में वह ताकत है जो तनाव को दूर कर देता है। संगीत से सकारात्मक सोच आती है। मेरे साथ मेरी पत्नी मयुरी को भी गाने का शौक है। आलीराजपुर की केशवनगर कॉलोनी निवासी क्षीरसागर परिवार के सदस्य गीत संगीत की महफिल सजा कर समय व्यतीत कर रहे हैं। उनके साथ उनका पूरा परिवार गाने बजाने का शौकीन है। अनीता क्षीरसागर व पुत्री आयुषी क्षीरसागर ने बताया की संगीत से समय आसानी से कट जाता है। इससे रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। सभी को संगीत के लिए थोड़ा समय देना चाहिए।
सुंदरकांड का कर रहे पाठ
पंचेश्वर रामायण मंडल के सदस्य अंकित झंवर को तबला बजाने का शोक है। उनका कहना है कि इस समय घर पर संगीत का रियाज करेंगे तो हम राज करेंगे। अंकित प्रतिदिन शाम के समय अपने घर में संगीतमय सुंदरकांड का पाठ परिवार के साथ कर रहे हैं। ताकि इस कठिन परिस्थिति में भगवान सब का मंगल करें।
पाश्चात्य की बजाय भारती संगीत अपनाएं
शासकीय हायर सेकंडरी स्कूल बहारपुरा के प्राचार्य संजय गांधी वायलिन पर सुमधुर सुर संगीत और राग रागिनी के तार झंकृत कर परिवार के साथ अच्छे से समय बिता रहे हैं। उन्होंने नई पीढ़ी से आह्वान किया है कि वे पाश्चात्य संगीत के बजाय भारती देशी संगीत को सीखने का प्रयास करें। तनाव को दूर करने के लिए संगीत कारगर है।
घर में रहकर कोरोना को हराना है
कलाकार संगीता भावसार को गाने में रूचि रखती है। संगीता ने कहा कि इन दिनों कोरोना वायरस को लेकर हर तरफ अफरा-तफरी का माहौल है। उन्होंने कोरोना से बचाव के लिए गीत तैयार किया है। जिसे यूट्यूब व फेसबुक पर डाला है। वे स्वयं गाकर वीडियो के माध्यम से संदेश लोगों तक पहुंचाती हंू।