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लड़कियों बेचने वाले गिरोह क़ा भंडाफोड़,गैंग क़ा सरगना सहित 11 हुए गिरफ़्तार

locationप्रयागराजPublished: Sep 30, 2019 10:02:17 am

घर से नाराज और भागी हुई लड़कियों पर होती थी नजर

11 people arrested for selling girls gang

लड़कियों बेचने वाले गिरोह क़ा भंडाफोड़,गैंग क़ा सरगना सहित 11 हुए गिरफ़्तार

प्रयागराज। पुलिस ने तस्करी करने वाले सक्रिय गिरोह क़ा भंडाफोड़ किया है। यह गिरोह पिछले कई सालों से शहर से मानव तस्करी क़ा संचालन करता था। यह गिरोह आम तौर पर रेलवे स्टेशन और उसके आसपास सक्रिय रहता था। गिरोह उन लड़कियों को अपना निशाना बनाता था। जो घऱ से भागकर अपने प्रेमी से या पति से लग होकर रहती थी। यह गिरोह उन्हे पुलिसकर्मी बनकर या फिर दूसरे अधिकारीयों की तरह बनकर धौंस देकर अपने हथकंडे में फंसाते थे। बाद में उन्हे दूसरे प्रदेशों में शादी कराकर कर बेच दिया जाता था। फ़िलहाल पुलिस ने गिरोह के सरगना सहित 11 सदस्यों को गिरफ़्तार करते हुए अपहर्त दो नाबालिक लड़कियों को भी बरामद किया है। पुलिस को गिरफ़्तार किए गये लोगों द्वारा जानकारी हुई है की प्रयागराज शहर से ही क़रीब पचासों लोग इस गिरोह में शामिल हैं जिनकी पुलिस तलाश कर रही है।

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घर से नाराज लडकियों पर होती थी नजर
पुलिस के मुताबिक पूछतांछ में इन लोगों ने बताया की रेलवे व बस स्टेशनों पर घऱ से भाग कर आयीं नाबालिक या लावारिस लड़कियों को डरा धमकाकर तथा फ़र्जी बाल विवाह अधिकारी व पुलिस अधिकारी बनकर अपने अड्डों पर लड़कियों को यह कहकर रख देतें हैं की तुम्हारे घर वालों को बुलाया गया है। उनके आने तुम्हे उनके सुपुर्द कर दिया जायेगा। इस दौरान वे अपने एजेंटों के माध्यम से दिल्ली, राजस्थान, झारखंडए हैदराबाद, गुजरात सहित अन्य प्रदेशों के एजेंटों द्वारा इन लडकियों को 2 से पांच लाख में देकर फ़र्जी शादी की नोटरी बनवाकर बेंच देते थे। पकड़े गये लोगों ने यह भी बताया की फ़र्जी शादी के समय हमीं लोग परिवार के सदस्य की भूमिका भी अदा करते थे।

शातिर महिलायें पहले शादी फिर लूट को देती थी अंजाम
एसपी सिटी बृजेश श्रीवास्तव ने बताया की गिरोह में शामिल लोग बेहद शातिर हैं। इस गिरोह में महिलाएं भी शामिल हैं। उन्होने बताया की महिलाएं आमतौर पर दूसरे प्रदेशों के लोगों से शादी करतीं थीं। शादी के बाद घऱ से सारे सामान और गहने लेकर फ़रार हो जाया करतीं थीं। वहीं गिरोह में शामिल लोग पहले नाबालिक लड़कियों से भोले भाले क़िस्म के लोगों को फंसाकर पहले उनकी शादी कराने के नाम पर मोटी रकम लेते थे । शादी के बाद गिरोह के अन्य लोग बाल विवाह आयोग जैसे फ़र्जी अधिकारी या पुलिसकर्मी बनकर लड़के वालों को नाबालिक से शादी करने के नाम पर फ़र्जी मुक़दमा लिखने की धौंस देकर लड़की को भगाते थे। लड़के वालों से पैसे भी ऐंठते थे। यही नहीं गिरोह में शामिल लोग बाक़ायदा फ़र्जी स्टाम्प की नोटरी भी करा कर रखते थे जिसको वह शादी के समय बतौर शपथपत्र के रुप में भरवाते थे। पुलिस को इनके पास से कुछ बड़े अधिकारियों कई फ़र्जी मोहर के अलावा पुलिस की फ़र्जी आईडीए जिलाधिकारी प्रयागराज व पुलिस उप महानिरीक्षक प्रयागराज की मोहर सहित एक बाल विवाह अधिकारी की आईडी सहित बड़े पैमाने पर फ़र्जी कागज़ात बरामद हुए हैं।

कई प्रदेशो में नेटवर्क
गिरोह क़ा ख़ुलासा होने पर कई बेहद चौकाने वाली बातें भी सामनें आयीं हैं। पुलिस के मुताबिक़ इस गिरोह क़ा नेटवर्क राजधानी दिल्ली, मुम्बई, हैदराबाद, राजस्थान, झारखंड, बिहार तक फैला हुआ है। गिरोह के लोग प्रयागराज सहित दूसरे प्रदेशों की अब तक सैकड़ों नाबालिक लडकियो को अपना निशाना बना चुकें हैं। पुलिस के मुताबिक़ इस गिरोह मे अकेले प्रयागराज से ही क़रीब पचास से ज़्यादा लोग शामिल हैं। जिनकी तलाश मे पुलिस जुटी है। गिरफ़्तार किए गये लोगों मे से दस सदस्य प्रयागराज के हैं जबकि एक राजस्थान क़ा रहने वाला है। फ़िलहाल पुलिस इनके दूसरे प्रदेशों के नेटवर्क को भी खंगालने में जुट गई है।

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