पंडित नेहरू ही भारत के प्रधानमंत्री बनेगे इस बात की घोषणा गांधी ने 1941 में ही कर दिया था। यानी हम कह सकते है कि 1941 में ही प्रधानमंत्री बनने की गुत्थी सुलझ चुकी थी। लेकिन भारी विरोध के चलते ये सपना 6 साल बाद पूरा हुआ। लेकिन प्रधानमंत्री नेहरू के बनने के बाद भारत को दक्षिण एशिया में एक क्षेत्रीय नायक के रूप में प्रदर्शित करनिरपेक्ष आन्दोलन में एक अग्रणी भूमिका निभाई।