पत्रिका से विशेष बातचीत के दौरान एनसीसी के कैडेट रत्नेश कुमार राय ने कैम्प के अधिकारियों पर गम्भीर आरोप लगाते हुए कहा की । कैम्प में न ताज़ा खाना मिल रहा है।और न ही शुद्ध पानी। बताया कि नगर निगम के टैंक का पानी आता है ।जो नहाने और पीने दोनों के लिए उपलब्ध कराया जा रहा है । कैंप में खाने का मीनू चेंज नहीं किया गया ।सुबह का बचा हुआ खाना शाम को एनसीसी के जवानों को दिया जाता है ।जिसकी शिकायत करने पर भी कोई कार्यवाही नहीं हुई ।
उमस भरी गर्मी में न पानी न पंखा
बता दें कि एनसीसी का कैंप इलाहाबाद के केपी इंटर कॉलेज के ग्राउंड पर चल रहा है । रत्नेश के अनुसार जिस कमरे में बच्चो को रोका गया है ।वहां न बिजली है और ना ही साफ पानी शिकायत करने पर वहां के अधिकारी कोई भी कार्यवाही करने को तैयार नहीं हुए। न ही कोई सुविधा मुहैया कराई गई ।जिसका नतीजा यह हुआ की सोमवार की देर रात एक के बाद एक दर्जन भर से ज्यादा महिला और पुरुष एनसीसी के कैडेट डायरिया के शिकार हो गए।
गंदगी ने कर दिया बेहाल
छात्र की मानें तो पूरे कैंप में गंदगी के चलते और बासी खाना खाने के वजह से सब बीमार हुए हैं । उसने बताया कि न टॉयलेट साफ होता है । न ही हमारा ठहरने का रूम ।हमें इस तरह रखा जा रहा है कि जैसे हम सेना की ट्रेनिंग पर आये हो ।रत्नेश ने बताया की सोमवार की रात लगभग आठ बजे पहले महिला कैडेट को खाने पर बुलाया गया ।उनके बाद अन्य लोगो को लेकिन खाना खाने के थोड़ी देर बाद ही कई महिला कैडेट बेहोस होने लगी और कुछ को उल्टियाँ शुरू हो गई ।जिसके बाद आनन फानन में कैम्प में मौजूद अधिकारियों ने स्थानीय प्रशासन को सुचना दी जिसके बाद इलाज के लिए आना सम्भव हुआ ।
जिलाधिकारी ने कहा सब कण्ट्रोल में है
वही इस मामले पर देर रात जिलाधिकारी एल वाई सुहास ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि मामले पर नजर रखी जा रही है । तेज प्रताप सप्रू अस्पताल के सभी डॉक्टरों को छुट्टी से वापस आने का आदेश दिया गया है ।सब को ड्यूटी पर तैनात किया गया है । और सभी बच्चो का इलाज सही ढंग से चले इसकी देख रेख की जा रही है । उन्होंने कहा कि डॉक्टरों को निर्देश दिया गया है, कि किसी भी तरह की कोई दिक्कत ना हो । उन्होंने कहा की डॉक्टरों ने बताया है कि बच्चों की हालत सामान्य है ।बच्चों को डायरिया हुआ है, और कोई भी चिंता की बात नहीं है ।हालांकि इन सारे दावों के बावजूद एनसीसी कैंप में आए बच्चों के माता.पिता और परिजन परेशान रहे साथ ही जिलाधिकारी ने बाहर से आए हुए कैडेट्स के परिजनों को सूचना देने का निर्देश दिया है । वही मामले की जाँच के सवाल पर कहा की प्राथमिकता इलाज की है ।बच्चो के ठीक होने पर उचित कार्यवाही होगी ।
जो भी सुना अस्पताल पंहुच गया
वही जैसे ही कैम्पस में बच्चो के बीमार होने की सुचना मिली तो स्थानीय अभिभावक कैम्प से अस्पातल तक भागने लगे । वही अफवाह रही की कैम्प में तीन सौ बच्चे बेहोश हो गए है । इस खबर ने पुरे शहर में हडकम्प मचा दिया ।देर रात तक अस्पातल और कैम्प में सामान्य शहरी लोगो की भीड़ जमा हो गई ।हर कोई मदद के लिए भागने लगा । इविवि के छात्रनेताओं से लेकर छात्रावास के अन्तःवासी कैम्प पंहुच गये ।
बता दें की शहर में 15 बटालियन का एनसीसी कैम्प चल रहा है ।जिसमे 500 बच्चे हिस्सा ले रहे है। सोमवार की रात पचास बच्चो को डायरिया हो गया। और शहर में खबर फ़ैल गई की 300 बच्चे कैम्प में बेहोश हो गए है।जिसके बाद हडकंप मच गया।