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#kumbh live: मकर संक्रांति के स्नान पर अब तक सत्तर लाख श्रद्धालुओं ने लगाई डुबकी

locationप्रयागराजPublished: Jan 14, 2019 10:49:18 am

शाही स्नान से पहले प्रशासन की तैयारियों का इंतहान

kumbh mela

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प्रयागराज। संक्रांति के स्नान के साथ आस्था के महापर्व के गीत गुजने लगे है।आखड़ों सहित आध्यात्मिक सांस्कृतिक संस्थाओं पुरोहितों और कल्पवासियों के शिविरों से संगम की रेती सज गई है। कुंभ नगरी में शंख, डमरू, घंट.घड़ियाल की गूंज सुनाई देने लगी है। यज्ञशालाओं में वेदपाठी बटुकों के सस्वर मंत्रोच्चार गूंजने लगा। जो अपनी ओर आकर्षित कर रहा है। घाटों पर चौकस सुरक्षा व्यवस्था के बीच लगातार स्नान जारी है ।

संगम की रेती पर राम नाम की धुन गूंजने लगी है।सत्संग शुरू हो चुके हैं । संत महंत श्री महंत पीठाधीश्वर आचार्य का डेरा बस गया है। अखाड़ों की भव्यता स्वरूप ले चुकी है। दूरदराज से आए संतों के दर्शन के लिए लोगों की आवाजाही शुरू हो है। मकर संक्रांति के स्नान पर्व पर भगवान सूर्य नारायण की पहली किरण के साथ हजारों की तादात में भक्त डुबकी लगा रहे हैं ।संगम नोज से लेकर अन्य घाटों तक श्रद्धालुओं का रेला दिख रहा है।अचंभित करने वाली भीड़ पवित्र धारा में डुबकी लगाने की बेताबी से घाट की ओर खीचें आ रहे है ।

गंगा की धारा में आम दिनों से ज्यादा प्रवाह है।जो आने वाले यात्रियों और संतों के लिए सुखद है। गंगा मइया के पारंपरिक गीत गाते हुए महिलाओं का झुंड संगम के तट की ओर चल रहा है ।झंडा लिए समाज का मुखिया आगे .आगे बढ़ रहा है।गंगा मैया अपने अचरा में संसार समाए हैं ,का गीत गाते हुए महिलाओं का कदम संगम तट पर पहुँचने को बेताब है। कहा जाता है कि कलयुग में पवित्र नदियों के रूप में सजीव देवत्व का दर्शन होता है। नहीं तो सभी देवी देवताओं का मूर्त रूप में ही दर्शन संभव है। हालांकि मकर संक्रांति पंचांग के गणना के मुताबिक सोमवार की रात शुभ मुहूर्त में मकर राशि में प्रवेश करेंगे। लेकिन मान्यताओं के मुताबिक स्नानार्थी गंगा में डुबकी लगा रहे है। और सरकार द्वारा दिव्य और भव्य कुंभ बनाने के लिए किए गए विशेष व्यवस्थाओ को देख रहे है।

कुंभ मेले के मद्देनजर संगम नगरी में व्यापक इंतजाम किए गए हैं। पहली बार मेला 32 सौ हेक्टेयर में बसाया गया है जिसको रोशन करने के लिए हजारों की तादात में लाइटे लगाई गई है। संगम सहित बीस घाटों पर स्नान चल रहा है ।कई महीनों से चल रही कुंभ की तैयारी मकर संक्रांति पर शाही स्नान से पहले प्रशासन की तैयारियों का इंतहान भी है। आधी रात से ही मेले में चार पहिया वाहनों का प्रवेश बंद कर दिया गया है । शहर के अंदर से आने वाली गाड़ियों को मेला क्षेत्र के बाहर बनाई गई पार्किंग में रोका जा रहा है।

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