सीसीटीवी के साथ वॉयस रिकॉर्डर
यूपी बोर्ड 2018 की परीक्षा में परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे लगवाए गये थे। वहीं 2019 की बोर्ड परीक्षा में नक़ल माफिया सक्रीय हुए, बोल कर नक़ल कराने का रास्कता निकाल लिया । जिसकी तमाम शिकायतों के सीसीटीवी कैमरे के साथ वॉयस रिकॉर्डर भी लगवाये गए । जिन्हे परीक्षाओं के दौरान ब्राडबैंड और राउटर से जोड़ा गया है । जिससे परीक्षा केंद्रों की मॉनिटरिंग भी ऑनलाइन होगी। परीक्षा कक्ष में किसी भी तरह की आवाज़ हुई तो कंट्रोल रूम को इसकी जानकारी हो जाएगी । 7784 परीक्षा केंद्रों पर 90 हजार सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं । इसके साथ ही बोर्ड की ओर से पिछले वर्ष की तरह सभी 75 जिलों में बारकोडिंग की कॉपियां भेजी जा रही है । इस बार कुछ जिलों में सिलाई वाली कॉपियों भी भेजी जा रही है जिससे कॉपियों के पेज ना बदले जा सके । जबकि कॉपियों को चार कलर में भी छपवाया गया है।
56 लाख 7 हजार 118 परीक्षार्थी
यूपी बोर्ड की परीक्षाओं में इस बार 56 लाख 7 हजार 118 परीक्षार्थी प्रदेश भर में बनाए गए 7784 परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा देंगे। जबकि पिछली बार प्रदेश में 8354 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। इस बार की परीक्षा में हाईस्कूल में 30 लाख 22 हजार 607 परीक्षार्थी तो इंटरमीडिएट में 25 लाख 84 हजार 511 परीक्षार्थी पंजीकृत हुए हैं। जबकि पिछले साल हाई स्कूल में 31 लाख 92 हजार 587 परीक्षार्थी और इंटरमीडिएट में 26 लाख 3 हजार 169 परीक्षार्थी बैठे थे। परीक्षार्थियों की संख्या के मुताबिक इस साल 1 लाख 88 हजार 638 परीक्षार्थी कम सम्मिलित हो रहे हैं। इस बार हाईस्कूल की परीक्षा है 12 दिन पर इंटर की परीक्षाएं 15 दिन तक चलेगी यूपी बोर्ड की परीक्षाएं दो पारियों में संपन्न कराई जाएंगी।
बोर्ड मुख्यालय में कंट्रोल रूम बनाया गया
यूपी बोर्ड की परीक्षा में तमाम गड़बड़ियों की शिकायतों की सुनवाई और समाधान को लेकर पहली बार माध्यमिक शिक्षा परिषद की ओर से दो टोल फ्री नंबर भी जारी किए गए हैं । यूपी बोर्ड ने टोल फ्री नंबर 1800 180 5310 और 180 5312 नंबर जारी किए हैं।इन टोल फ्री नंबर ऊपर परीक्षार्थियों की समस्याएं सुनने के लिए बोर्ड मुख्यालय में कंट्रोल रूम बनाया गया है । कंट्रोल रूम में तैनात किए गए 12 शोध एवं साहित्य सहायकों के द्वारा परीक्षार्थियों की हर समस्या का समाधान भी किया जा रहा है । कंट्रोल रूम में हिंदी, अंग्रेजी, संस्कृत, गणित, रसायन ,विज्ञान, जीव विज्ञान, इतिहास, भूगोल, नागरिक शास्त्र, सामाजिक विज्ञान, और विज्ञान विषयों के शोध एवं साहित्यिक सहायकों की ड्यूटी लगाई गई है ।दो शिफ्ट में 12 घंटे कंट्रोल रूम संचालित हो रहा है ।