दक्षता भाषण के लिए समय 12रू00 बजे से 3रू00 बजे तक तय किया गया था।इस दौरान अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद के सभी प्रत्याशी और संगठन के लोग जुलूस और गाजे बाजे के साथ कैंपस में पहुंचे।छात्र संगठन के साथ निर्दलीय प्रत्याशी भी जिंदाबाद और विजय घोष करते हुए कैंपस में आए। विश्वविद्यालय में दक्षता भाषण के दिन जश्न का माहौल रहा। तो वही कैम्पस के बाहर एक के बाद एक कई बम फोड़े गये। छात्र संघ चुनाव के बाद और चुनाव से पहले आज सबसे महत्वपूर्ण दिन होता है। जिस दिन आगामी चुनाव का आंकलन कर लिया जाता है। छात्र संघ चुनाव में दक्षता भाषण के दौरान देखने को मिला कि निर्दलीय प्रत्याशी सहित सभी छात्र संगठन बनाम अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की लड़ाई होगी।सभी छात्र संगठनों और निर्दलीय प्रत्याशियों ने खुद विद्यार्थी परिषद के बागी हुए छात्र नेताओं ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद सहित सरकार के खिलाफ जम कर हमला बोला।विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओ के बागी होने पर परिषद की कैम्पस में मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है। एवीबीपी जरिये केंद्र सरकार पर हमला बोला गया।
अध्यक्ष पद पर समाजवादी छात्र सभा के अवनीश यादव से दक्षता भाषण की शुरुआत की गई।अवनीश यादव ने विश्वविद्यालय में छात्र संघर्ष और कुलपति बनाम समाजवादी छात्र सभा की लड़ाई का जिक्र किया।साथ ही विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ जमकर हमला बोला साथ ही विश्वविद्यालय के पूर्व अध्यक्ष पर भी उनके किए गए वादों पर हमलावर रहे।दक्षता भाषण के दौरान छात्रों की भीड़ पर पुलिस के बल प्रयोग को देखते हुए अवनीश यादव ने मंच से आज पुलिस प्रशासन को इस बात को चुनौती दी के अध्यक्ष बनते हैं। विश्वविद्यालय के अंदर पुलिस का आना बंद किया जाएगा। जिस पर उन्होंने खूब तालियां बटोरी यादव के समर्थन में विश्वविद्यालय की पूर्व महिला अध्यक्ष ऋचा सिंह मौजूद रही।छात्रों के लिए लड़ी गई लड़ाई की बात करते हुए अपना समर्थन मांगा ।और आगामी 14 अक्टूबर को होने वाले चुनाव के लिए छात्रों से समर्थन की मांग की। अवनीश यादव आजमगढ़ से आते हैं।उनके पिता समाजवादी पार्टी के नेता है।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की पैनल से प्रियंका सिंह छात्र संघ अध्यक्ष पद के उम्मीदवार है। प्रियंका सिंह ने दक्षता भाषण में महिला सुरक्षा कैंपस में नियमित क्लास और डिजिटल लाइब्रेरी की बात कही।प्रियंका को अध्यक्ष उम्मीदवार बनाए जाने से विश्वविद्यालय की परिषद दो खेमों में बट गया।जिससे प्रियंका की लड़ाई और मुश्किल हो गई है। लेकिन अध्यक्ष पद पर ऋचा सिंह के बाद प्रियंका अच्छी लड़ाई लड़ रही है।प्रियंका सिंह ने दक्षता भाषण के दौरान अपने उस दर्द को भी बयां किया जो महिला प्रत्याशी होने के नाते उन्हें सहना पड़ा है प्रियंका ने मंच से कहा कि उन्हें दूसरे प्रत्याशी के खेमे के लोग किसकी शब्दों से नवाज रहे हैं।उन्हें वश्या तक कहा जा रहा है। प्रियंका सिंह हरदोई की रहने वाली है उनके बड़े भाई एक आईएएस है ।प्रियंका सिंह अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की पहली महिला महिला अध्यक्ष प्रत्याशी है।
एनसयूआई के अध्यक्ष पद के प्रत्याशी सूरज दुबे जो बीते 6 सालों से अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के संगठन के लिए कैम्पस और कैंपस के बाहर काम कर रहे थे। टिकट ना मिलने से बागी हुए सूरज दुबे को एनएसयूआई ने अपने खेमे में किया।और अध्यक्ष पद का प्रत्याशी घोषित किया। दक्षता भाषण के दौरान पूरे समय सूरज दुबे ने सवाल पूछा कि विद्यार्थी परिषद मुझे बताएं कि मैंने क्या 6सालों में गलती क्या है।परिषद सिद्धांत और चरित्र पर सवाल उठाते हुए कहा की इसी कैंपस में कभी प्रियंका सिंह लाल सलाम का झंडा बुलंद किया था। आज जो भगवा खेमे के साथ घूम रही हैं। सूरज ने यह भी कहा की योगी आदित्यनाथ का कैम्पस में कार्यकर्म रद्द करवाने में उनकी अग्रणी भूमिका थी।आज वही परिषद की अगुवायी कर रही है। अपने दक्षता भाषण में महिला छात्रावास के अंदर महिला सुरक्षाकर्मी के अलावा विश्वविद्यालय कैंपस में कैंटीन के साथ ही नियमित कक्षाओं को चलाने का वादा किया और अपना समर्थन मांगा।
आइशा के पैनल से सुजीत कुमार यादव अध्यक्ष पद के प्रत्याशी हैं।आज सुजीत कुमार के दक्षता भाषण की स्पीच ने सबकी बोलती बंद कर दी। संगठनात्मक रूप से संघर्ष करने वाला संगठन और उसके मुट्ठी भर लोग अपने ढोल ताशा और मजीरे के साथ आज पूरे कैंपस में दिनभर छाए रहे। सुजीत कुमार ने आज अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के साथ केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा और मोदी सरकार को घेरा सुजीत ने केंद्र सरकार के युवाओं के लिए किए गए रोजगार का जवाब मांगा । अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से पूछा कि उनकी सरकार में उनका कुलपति उनके ही छात्रों से क्यों लड़ रहा है।बीते 2 सालों में कैंपस में छात्र बनाम कुलपति की लड़ाई के लिए विद्यार्थी परिषद को अवसरवादी करार दिया। और कहा कि विद्यार्थी परिषद को वोट देना मतलब संप्रदायिकता को बढ़ाने जैसा है पर अपने लिए समर्थन मांगा।
अध्यक्ष पद पर निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में विकास कुमार भारतीय ने दक्षता भाषण में न्याय और अधिकार की मांग की।सरकार और जाति विशेष को घेरते हुए उन्होंने दलित न्याय और दलित उत्थान के लिए कैंपस में काम करने का वादा किया।अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के खिलाफ आवाज बुलंद की और कहा कि विद्यार्थी परिषद को हराने के लिए उनका सहयोग करें। और विद्यार्थी परिषद को कैंपस से बाहर करें।और देश से मोदी सरकार को नदारत करे।