ददुआ को पहचानने के लिए गांव वालों से उसका हुलिया पूछ कर बनाया गया था। वहीं पुलिस के पास हमेशा रहा, ददुआ के नाम से आज भी लोगों के दिल में दहशत हो जाती है।चित्रकूट के स्थानीय ने फोन पर बताया कि ददुआ अपनों के लिए भगवान से कम नहीं था। लेकिन मुखबिर और दुश्मनों के लिए यमराज से कम नही। जिसने भी ददुआ से ठानी अगले दिन का सूरज नहीं देख पाया। ददुआ की बेरहमी और उसके दुर्दांत होने के किस्से आज भी लोगों के दांत खट्टे कर जाते हैं । जानकारों की माने तो बात 80 के दशक के उस दिन की है जब ददुआ ने चित्रकूट के रामू का पुरवा गांव में एक साथ एक ही गांव के 9 लोगों को गोलियों से छलनी कर दिया था। उस वक्त सुबे में वीरभद्र सिंह की सरकार थी ।इस घटना ने पूरे प्रदेश को हिलाकर रख दिया था । यही नहीं मुखबिरी के शक में चित्रकूट के पिता और पुत्र को दिनदहाड़े पेट्रोल छिड़ककर बीच सड़क पर जिंदा जला दिया था।
ददुआ पर कहानीकार डॉक्टर मिलन मुखर्जी की लिखी हुई स्क्रिप्ट पर मातृभूमि नाम से फिल्म बनाई जा रही है। इस फिल्म में लीड रोल में अजय देवगन के साथ बॉलीवुड के और कई बड़े चेहरे होंगे । इसकी शूटिंग इसी माह के अंतिम सप्ताह तक शुरू होने की संभावना है । फिल्म के निर्देशक भीखू महात्रे कर रहे हैं । फिल्म की पूरी यूनिट इलाहाबाद लखनऊ बनारस और बांदा में शूटिंग करेगी मुखर्जी ने फोन पर बताया कि इस फिल्म को पूरा करने का लक्ष्य तीन महीने का रखा गया है । और इसमें कुल साढ़े पांच करोड़ रुपए की लागत आ रही है।