दरअसल, विहिप की दो दिन की धर्मसंसद मोदी को दोबारा प्रधानमंत्री बनाने पर केंद्रित रही। पहले ही इससे दूरी बनाकर अखाड़े धर्मसंसद में लिए गए फैसलों पर नजर बनाए हुए थे। शनिवार को अखाड़ा परिषद ने अचानक सभी अखाड़ों की बैठक बुलाई और राममंदिर पर आंदोलन की रणनीति तय की। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरि महाराज ने बताया कि राम मंदिर के मुद्दे को लेकर संत समाज बेहद गंभीर है। अगर शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती ने आवाहन किया तो संत समाज उनके साथ अयोध्या कूच करेगा।
उधर, कम्प्यूटर बाबा ने दिए सरकार को 24 दिन
राममंदिर मुद्दे को लेकर शनिवार को विहिप विरोधी धड़े के कुछ संतों ने मन की बात कार्यक्रम का आयोजन कर तीन प्रस्ताव पास किए। मध्यप्रदेश के इंदौर से आए नामदेव दास त्यागी उर्फ कंप्यूटर बाबा ने बताया कि अयोध्या में राममंदिर निर्माण का वादा पूरा नहीं किए जाने पर मोदी जनता से माफी मांगें। संत समाज ने राममंदिर निर्माण के लिए सरकार को 24 दिन का अल्टीमेटम दिया है। कहा कि मोदी सरकार 24 दिन में अध्यादेश लाकर राममंदिर निर्माण की राह प्रशस्त करें। तीसरा महत्वपूर्ण निर्णय यह रहा कि हिंदू देवी-देवताओं पर जातिगत टिप्पणी करने वालों के खिलाफ राष्ट्रदोह का केस चलाया जाए। कंप्यूटर बाबा ने बताया कि मन की बात में नरेंद्र मोदी को रावण बताते हुए उनकी लंका को जलाने का भी संत ने निर्णय लिया है। अखिल भारतीय हिंदू महासभा के अध्यक्ष चक्रपाणि महराज ने कहा कि सभी संतों ने निर्णय लिया है कि 21 फरवरी को संत अयोध्या पहुंचेंगे।
राममंदिर मुद्दे को लेकर शनिवार को विहिप विरोधी धड़े के कुछ संतों ने मन की बात कार्यक्रम का आयोजन कर तीन प्रस्ताव पास किए। मध्यप्रदेश के इंदौर से आए नामदेव दास त्यागी उर्फ कंप्यूटर बाबा ने बताया कि अयोध्या में राममंदिर निर्माण का वादा पूरा नहीं किए जाने पर मोदी जनता से माफी मांगें। संत समाज ने राममंदिर निर्माण के लिए सरकार को 24 दिन का अल्टीमेटम दिया है। कहा कि मोदी सरकार 24 दिन में अध्यादेश लाकर राममंदिर निर्माण की राह प्रशस्त करें। तीसरा महत्वपूर्ण निर्णय यह रहा कि हिंदू देवी-देवताओं पर जातिगत टिप्पणी करने वालों के खिलाफ राष्ट्रदोह का केस चलाया जाए। कंप्यूटर बाबा ने बताया कि मन की बात में नरेंद्र मोदी को रावण बताते हुए उनकी लंका को जलाने का भी संत ने निर्णय लिया है। अखिल भारतीय हिंदू महासभा के अध्यक्ष चक्रपाणि महराज ने कहा कि सभी संतों ने निर्णय लिया है कि 21 फरवरी को संत अयोध्या पहुंचेंगे।