पूर्व MP सीएन सिंह के घर शोक संवेदना प्रकट करने,सपा कार्यकर्ताओं के हो रहे उत्पीड़न और बेलगाम आपराधिक घटनाओं की जानकारी लेने प्रतापगढ़ जा रहे सपा प्रदेश अध्यक्ष श्री नरेश उत्तम जी MLC सुनील सिंह यादव और उदयवीर सिंह को सीएम के आदेश पर रोके जाना सत्ता का दुरुपयोग एवं घोर निंदनीय!
अखिलेश यादव ने ट्वीट कर खुद लिखा कि सपा प्रतिनिधि मंडल पूर्व सांसद सीएन सिंह के घर शोक संवेदना प्रकट करने व सपा कार्यकर्ताओं के हो रहे उत्पीड़न और बेलगाम आपराधिक घटनाओं की जानकारी लेने प्रतापगढ़ जा रहे थे। सपा जिलाध्यक्ष छविनाथ यादव की एससी/एसटी एक्ट में गिरफ्तारी और इसका विरोध करने वाले सपाइयों पर लाठी चार्ज और सभापति यादव जैसे मामले को देखते हुए प्रतापगढ़ प्रशासन भी अलर्ट था। इसके अलावा सोमवार को ही प्रदेश भर के अलग-अलग जिलों में सपा कार्यकर्ताओं का बेरोजगारी और कानून के मुद्दे को लेकर प्रदशर्न भी था। जानकारी के मुताबिक प्रतिनिधि मंडल को किसी तरह की एक्टिविटी की इजाजत नहीं दी गई थी।
हालांकि सपा का दावा था कि प्रतिनिधि मंडल पूर्व सांसद के परिवार से मिलकर शोक संवेदना प्रकट करने आ रहा है। बताते चलें कि सपा जिलाध्यक्ष छविनाथ यादव का कथित दबंगई का वीडियो वायरल होने के बाद उन्हें एससी/एसटी एक्ट में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। उनकी कोर्ट में पेशी के दौरान सपा कार्यकर्ताओं ने हंगामा किया तो उन पर पुलिस की लाठियां बरसींं, जिसे सपा ने कार्यकर्ताओं का उत्पीड़न बताया। इसके अलावा सभापति यादव का प्रकरण भी है। प्रदेश अध्यक्ष को इन सबको लेकर प्रेस कांफ्रेंस भी करनी थी। पर जिलाधिकारी से इजाजत नहीं मिली।
सूत्रों की मानें तो प्रतिनिधि मंडल संवेदना प्रकट करने पूर्व सांसद स्व. चन्द्र नाथ सिंह के घर तेरहीं में शामलि होने के लिये जाने के साथ ही जिलाध्यक्ष छविनाथ यादव और सभापति यादव के परिजनों से भी मुलाकात करने की योजना थी। इसके अलावा योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री राजेन्द्र सिंह उर्फ मोती सिंह की विधानसभा पट्टी के धुई गांव में कुछ माह पहले हुए संघर्ष के पीड़ितों मिलने जाने का अनुमान था। संभवतः इन सबको मद्देनजर रखते हुए मद्देनजर रखते हुए प्रतिनिधि मंडल को पहले ही रोक लिया गया।
By Sunil Somvanshi