पहली बार जिले की दोनों सीट पर किसी राजनीतिक दल ने एक साथ दोनों महिला उम्मीदवारों को उतारा था ।यह प्रयोग भाजपा के लिए सकारात्मक रहा ।भाजपा की दोनों महिला उम्मीदवार ने बड़ी जीत दर्ज की बता दे कि रीता बहुगुणा जोशी अपने पिता हेमवती नंदन बहुगुणा की सीट पर सांसद बनी है साथ ही अपने परिवार की विरासत को बचाने और आगे बढ़ाने का बड़ा काम किया है । वही केशरी देवी पटेल जो चार बार की जिला पंचायत अध्यक्ष रही है एक बार फिर उन्होंने राजनीति में अपने अनुभव का फायदा उठाते हुए गठबंधन को करारी मात देकर संसद का रास्ता बनाया है।
रीता बहुगुणा जोशी योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री है इसके पहले कांग्रेस और समाजवादी पार्टी से रीता सियासत में रही है । रीता बहुगुणा जोशी एशिया को पहली महिला मेयर होने का भी गौरव प्राप्त है ।वहीं बहुजन समाज पार्टी को छोड़ भाजपा में आई केशरी देवी पटेल ने फूलपुर लोकसभा की सीट दूसरी बार भाजपा की झोली में डालकर अपना मजबूत स्थान बनाया बता दें की केशव प्रसाद मौर्या ने 2014 लोकसभा चुनाव आजादी के बाद पहली बार भाजपा का कमल खिलाया ।
किसे कितना वोट मिला
सपा बसपा गठबंधन की ताबड़तोड़ रैलियों और प्रचार के बाद ही माना जा रहा था कि भारतीय जनता पार्टी और गठबंधन की सीधी टक्कर है हार जीत का अंतर कम होगा लेकिन सियासी पंडितों के सारे दावे फेल हुए और पहली पहले राउंड से ही भाजपा ने बढ़त बनाई और आखिरी दौर में लाखों मतों से जीत का अंतर बरकरार रखा। फूलपुर लोकसभा सीट पर प्रत्याशी केसरी देवी पटेल जीतीं सपा प्रत्याशी पंधारी यादव को 171080 वोटों के अंतर से हराया, बीजेपी प्रत्याशी केसरी देवी पटेल को मिले 542398 मत मिले सपा प्रत्याशी पंधारी यादव को 371318 मतों से संतोष करना पड़ा । वही इलाहाबाद लोकसभा सीट पर बीजेपी प्रत्याशी डॉ रीता बहुगुणा जोशी जीतीं, सपा प्रत्याशी राजेन्द्र सिंह पटेल को 184275 वोटों के अंतर से हराया, बीजेपी प्रत्याशी डॉ रीता बहुगुणा जोशी को मिले 494454 मत मिले सपा प्रत्याशी राजेन्द्र सिंह पटेल को 310179 मतों से संतोष करना पड़ा ।