जिलाधिकारी की पत्नी और शहर की अपर नगर आयुक्त ऋतु सुहास ने देश का नाम एक रोशन करने की शुभकामनाओं के साथ पति की आरती कर दही—शक्कर खिलाकर विदा किया। आपको बता दें कि सुहास भारतीय टीम में उत्तर प्रदेश से इकलौते बैडमिंटन खिलाड़ी हैं। वे 13 अक्टूबर तक जकार्ता में होने वाले एशियन गेम्स विलेज में रहेंगे। वहां से वे 15 अक्टूबर को भारत लौटेंगे।
सॉफ्टवेयर इंजीनियर से आईएएस अफसर बने सुहास को शानदार और ईमानदार अधिकारी के तौर पर जाना जाता है। इसके साथ ही वे बेहरीन खिलाड़ी हैं। 2016 में बीजिंग में हुए एशियन पैरा बैडमिंटन टूर्नामेंट में उन्होंने भारत का परचम लहराया था। तब सुहास ने फाइनल में इंडोनेशिया के हरे सुशांतो को हराकर गोल्ड मेडल जीता था। जिलाधिकारी सुहास पैर से विकलांग हैं उसके बावजूद उन्होंने दुनिया भर के सामने अपने हौसले की मिसाल कायम की। 2016 में तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सुहास को यशभारती सम्मान से नवाज़ा था।
एलवाई सुहास देश के बेहतरीन और ईमानदार अधिकारियों में जाने जाते हैं। जिलाधिकारी जैसे जिम्मेदार पद पर होने के बाद भी वे रोज ग्राउंड पर प्रैक्टिस करने जाते हैं। 2017 में वाराणसी में हुए नेशनल टूर्नामेंट में उन्होंने फाइनल में जगह बनाई थी। इस चैंपियनशिप में उन्होंने उत्तर प्रदेश का प्रतिनिधित्व किया था।
जिलाधिकारी आइएएस सुहास एल वाई इंडोनेशिया के जकार्ता में होने वाले पैरा एशियन गेम्स में भाग लेने के लिए रवाना हुए । उन्हें छोड़ने एयर पोर्ट तक उनके कार्यालय का पूरा स्टाप गया। और उन्हें ढेर सारी शुभकामनाओं के साथ विदा किया।एयरपोर्ट के अधिकारियो और कर्मचारियों ने शुभकामनाएं दी।