प्रयागराजPublished: Aug 08, 2022 01:08:50 pm
Sumit Yadav
मामले की सुनवाई करते हुए न्यायमूर्ति मनोज कुमार गुप्ता और जस्टिस दिनेश पाठक की पीठ ने निर्णय लिया। मामले न्यायालय ने कहा कि भले ही याचिकाकर्ता अपना स्पष्टीकरण प्रस्तुत करता है, यह एक खाली औपचारिकता और एक निरर्थक अभ्यास होगा। इसके साथ ही प्रतिवादी को स्पष्टीकरण मांगते समय मुद्दों के लिए अपने दिमाग को खुला रखने का ध्यान रखना चाहिए।
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