मस्जिद विवाद की कर रहे थे सुनवाई वाराणसी में तैनात सीनियर डिवीजन के सिविल जज रवि कुमार दिवाकर मस्जिद विवाद की सुनवाई कर रहे थे। सर्वे के अंतिम शिवलिंग मिलने के दावे पर मस्जिद के वजू खाने को सील करने का आदेश दिया था। इस मामले की सुनवाई के दौरान उन को जान से मारने की धमकी मिली थी। उन्हें एक धमकी भरा लेटर मिला था. जिसमें उनकी जान को खतरा बताया गया था। उस समय उन्होंने बताया था कि एक साधारण केस में भी डर का माहौल बनाया जा रहा है। धमकी भरे लेटर से मुझे मेरे परिवार की और मेरे परिवार को मेरी सुरक्षा की चिंता है।इसके बाद वाराणसी पुलिस प्रशासन ने रवि कुमार दिवाकर की सुरक्षा में 9 पुलिस जवानों को तैनात किया था।
प्रशासन ने तबादले का कोई कारण नहीं बताया है लेकिन क्योंकि रवि कुमार दिवाकर की ज्ञानवापी मामले में सक्रिय भूमिका रही है इसलिए उनके ट्रांसफर को अहम माना जा रहा है। वही ज्ञानवापी मामले में अभी के लिए शिवलिंग वाले एरिया को सील कर दिया गया है।
हिंदू पक्ष ने वहां पूजा करने की अनुमति मांगी है लेकिन उन्हें इजाजत नहीं मिली। इस मामले में विवादित टिप्पणी को लेकर भी कोर्ट में केस चल रहा है। वाराणसी के एमपी एमएलए कोर्ट में मामला लंबित है और 27 जून को सुनवाई होनी है।