हाईकोर्ट ने कहा कि लड़का और लड़की पक्ष की मौजूदगी में ही शादी हो होनी चाहिए, जिसमें सप्तपदी की रस्म पूरी हो चुकी हो। अगर विवाह वैध नहीं तो हिंदू मैरिज एक्ट 1955 की धारा 9 के अनुसार वैवाहिक अधिकारों की बहाली की अर्जी स्वीकार नहीं करना चाहिए।
हिंदू धर्म में शादी के दौरान सप्तपदी की भी प्रथा होती है। इसमें दूल्हा और दुल्हन सात फेरे लेने होते हैं। इन फेरों के दौरान सात वचन भी दिए जाते हैं। यह वचन दूल्हा और दुल्हन एक दूसरे को वचन देते हैं। सप्तपदी प्रथा को आम भाषा में सात फेरों की रस्म भी कहते हैं।