दरअसल कुंभ मेले में किन्नर आखाड़ा पहली बार पहुंचा था। किन्नर अखाड़े ने कुंभ के दौरान खूब सुर्खियां बटोरी। मान्यता है कि कुंभ में तीन शाही स्नान के बाद आखड़े चले जाते हैं। लेकिन जूना अखाड़े में सम्मिलित होने के बाद पहली बार किन्नर अखाड़ा महाशिवरात्रि के स्नान तक संगम तट पर डटा रहा। इस दौरान किन्नर संतों का आशीर्वाद लेने के लिए बड़ी संख्या में शहर के लोग पहुंचते रहे । चर्चा थी कि किन्नर अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मीनारायण तिवारी भी इलाहाबाद या फूलपुर लोकसभा सीट से चुनावी मैदान में उतरेंगी। लेकिन सुर्खियों में आने के बाद ही आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मीनारायण तिवारी ने चुनाव लड़ने की बात से इंकार कर दिया। जिसके बाद भवानी बाल्मीकि ने पार्टी का दामन थामा भवानी बाल्मीकि की दावा है कि यह चुनाव हक और अधिकार के लिए होगा। दलितों मजदूरों सीटों के अधिकार के लिए चुनावी मैदान में उतरने का निर्णय लिया है। भारतीय जनता पार्टी से डॉ रीता बहुगुणा जोशी को उम्मीदवार घोषित किया है।