दरअसल बीते दिनों सुप्रीमकोर्ट के एक फैसले के बाद से इस मुद्दे पर सियासत गरमा गई है।दलित समाज ने आंदोलन कर एसटी एक्ट में बदलाव की मांग की थी ।जिसके बाद मोदी सरकार ने अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति एक्ट में बड़ा बदलाव करते हुए, एससी एसटी एक्ट संशोधन विधेयक को कैबिनेट से मंजूरी दे दी। बता दें कि बीते 21 मार्च को सुप्रीम कोर्ट ने अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम( एससी एसटी एक्ट 1989 )के तहत दर्ज होने वाले मामले में तत्काल गिरफ्तारी पर रोक लगा दी थी। जिसके बाद दलित समाज के लोगों ने उग्र प्रदर्शन कर कोर्ट के फैसले का विरोध किया था।और दलित संगठनों ने 9 अगस्त तक एससी एसटी एक्ट को पुराने तरीके से लागू करने की मांग की थी। जिसे देखते हुए मोदी सरकार ने बड़ा फैसला लिया ।जो सरकार के लिए बड़ी मुसीबत बनता दिख रहा है।
कुछ देर के लिए बंद हुए बाज़ार
एससी एसटी एक्ट के विरोध में मोदी सरकार के खिलाफ जम कर प्रदर्शन हुआ। हिंदू युवा संगठन ने विरोध प्रदर्शन जताने के लिए शहर के मुख्य बाजारों को बंद करा दिया।हिंदू युवा संगठन का नेतृत्व कर रहे हैं सतेन्द्र दुबे सत्या ने कटरा यूनिवर्सिटी रोड पर प्रदर्शन करते हुए दुकानदारों से दुकान बंद करने की अपील की ।इस दौरान किसी भी तरह की व्यवस्था न हो इसे देखते हुए शहर के सभी प्रमुख बाजारों में फोर्स तैनात कर दी गई। कुछ घंटो के लिए कटरा चौक और सिविल लाइंस की दुकानों के शटर बंद रहे । हालाकि थोड़ी देर बाद बाज़ार फिर खुले और हालात सामान्य रहे ।
राम मंदिर बनाने के विधयेक की मांग
वही बुद्धिजीवी मंच के अध्यक्ष रामनरेश त्रिपाठी ने कहा कि जो सरकार बीते चार सालों से राम लला की मंदिर बनाने में इसलिए असक्षम है की मामला कोर्ट में है।और एससी एसटी एक्ट में सुप्रीम कोर्ट के आदेश को दरकिनार कर के मोदी सरकार ने लोकसभा में इस विधेयक को पारित किया है । यह दोहरा मापदंड स्वीकार नही होगा।वही जिला न्यायालय के अधिवक्ता संघ के लोगो ने कुछ घंटो का कार्य बहिष्कार रखा। और मोदी सरकार के खिलाफ सडको पर आने का आवाहन किया।अधिवक्ता संघ ने कहा की सरकार के इस विधेयक से सामाजिक ताना बाना खराब हो रहा है । अगर यह विधेयक वापस नही होता तो देश भर में अधिवक्ता इसके विरोध में उतरेंगे ।
भाजपाइयों ने भी सोशल मिडिया पर निकाली भडास
एससी एसटी एक्ट के मुद्दे पर भाजपा और उनके संगठन से जुड़े लोगों ने सोशल मीडिया पर भी जमकर भड़ास निकाल रहे है ।सोशल मीडिया पर मोदी के इस कदम को भाजपा की बड़ी भूल बताते हुए लोगों ने मोदी सरकार के खिलाफ लाम बंद होने की अपील की। वही पार्टी से जुडा स्वर्ण समाज भाजपा के इस निर्णय से खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे है।केंद्र सरकार द्वारा लाये गये इस विधेयक को वापस करने की मांग कर रहे है ।