निर्भय द्विवेदी अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से महामंत्री चुने गए। तो वहीं एनएसयूआई का खाता भी नहीं खुल सका। उपाध्यक्ष पद पर चन्द्र शेखर चौधरी समाजवादी छात्र सभा से विजय हुए। विश्वविद्यालय में छात्र संघ चुनाव की सरगर्मियां बीते एक माह से अपने चरम पर थी। जो आखिरी समय तक कायम रही। इलाहाबाद विश्वविद्यालय के ऐतिहासिक छात्र संघ को जीतने के लिए छात्र संगठन के आलावा राजनीतिक दलों ने सियासी गलियारों में पूरी ताकत झोंक दी। छात्र संघ चुनाव में किसी ने भी कोई कसर नहीं छोड़ी। समाजवादी छात्र सभा को जिताने के लिए खुद पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की भेजी गई टीम ने बीते एक हफ्ते में शहर की गली गली को छान मारा। आखिरकार छात्र सभा ने बड़ी जीत दर्ज की और अपना परचम लहराया।
समाजवादी छात्र सभा ने चुनाव में जबरदस्त जीत हासिल कर विद्यार्थी परिषद के किले को ध्वस्त किया है। एक बार फिर बीते चुनाव से बिल्कुल उलट परिणाम लाते हुए छात्र सभा ने विद्यार्थी परिषद और एनएसयूआई की हवा निकाल दी। बीते चुनाव में समाजवादी पार्टी के खाते में केवल एक पद उपाध्यक्ष का ही आया था। तो इस बार अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद को भी मात्र एक सीट पर सिमट जाना पड़ा। दिल्ली विश्वविद्यालय में मिली करारी शिकस्त के बाद अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के लिए इलाहाबाद विश्वविद्यालय का छात्र संघ चुनाव किसी अग्निपरीक्षा से कम नहीं रहा। और यह कह सकते हैं। परिषद की पूरी ताकत लगने के बाद भी उसके हिस्से में केवल एक सीट आयी। चुनाव परिणाम आने के बाद यह सवाल भी उठने लगा है कि आखिरकार अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद देश और प्रदेश में सत्ताधारी दल के अनुषांगिक और वैचारिक संगठन होने के बाद भी क्यों करारी शिकस्त पा रहा हैं।आखिरकार इसका जिम्मेदार कौन है। और क्या कारण है।कि विद्यार्थी परिषद ने अपना जनाधार खो दिया है।
दिग्ज्जों ने लगा दी ताकत इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्र संघ चुनाव में लिंगदोह की सिफारिशों के बाद भी जमकर धनबल बाहुबल का प्रयोग हुआ। इसकी बानगी देखने को समय समय पर मिलती रही। विश्वविद्यालय के चुनाव का माहौल आखिरी समय में विधानसभा और लोकसभा के चुनाव जैसा हो गया।विश्वविद्यालय के छात्रसंघ मे अपना परचम लहराने के लिए राजनीतिक दल भी कोई कसर नहीं छोड़ते हैं।समाजवादी पार्टी के पूर्व मंत्री सहित कई कद्दावर नेता मैदान में रहे तो आखिरी दिन भारतीय जनता पार्टी के कैबिनेट मंत्रियों का जमावड़ा शहर में लगा रहा।
अवनीश ने अखिलेश को समर्पित की जीत समाजवादी छात्र सभा के पैनल पर अध्यक्ष पद पर जीत हासिल करने वाले देवरिया के अवनीश यादव ने अपने पहले साक्षात्कार में कहा कि वह इस जीत को अखिलेश यादव को समर्पित करते हैं। यह युवा तरुणाई की जीत है। विश्वविद्यालय के कैंपस की जीत से केंद्र सरकार और उत्तर प्रदेश की सरकार को करारा जवाब मिलेगा। कहा कि यह जीत कैंपस की ही नहीं है बल्कि आगामी सभी चुनावों सहित 2019 के चुनाव का शंखनाद भी है। इलाहाबाद विश्वविद्यालय के अध्यक्ष पद को जीतने को लेकर छात्रसभा के साथ समाजवादी पार्टी में खुशी भी की लहर है। अवनीश ने कहा कि आम छात्र गरीब छात्रों गांव के छात्रों की लड़ाई की जीत है और वह उन सभी के कर्जदार है जिन्होंने अपना समर्थन और अपना समय उनको दिया।
किसको कितने वोट मिले छात्र संघ चुनाव में कुल 7 पदों के लिए 64 प्रत्याशी मैदान में थे। जिनमें अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद समाजवादी छात्र सभा एनएसयूआई आइशा सहित निर्दलीय प्रत्याशी शामिल थे। जिनमें अध्यक्ष पद पर अवनीश कुमार यादव को 3226 वोट मिले अवनीश ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के बागी मृत्युंजय राव परमार को मात दी।मृत्युंजय राव परमार को 2674 मत प्राप्त हुए। जबकि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के उम्मीदवार प्रियंका सिंह तीसरे स्थान पर रही।और उन्हें 1588 मत ही मिले। एनएसयूआई के उम्मीदवार के तौर पर सूरज कुमार दुबे चौथे स्थान पर रहे इनको 466 मत प्राप्त हुए ।
उपाध्यक्ष पद पर समाजवादी छात्र सभा के चंद्र शेखर चौधरी 2249 मतों के साथ विजयी हुए। उन्होंने परिषद के सुमित कुमार तिवारी को हराया।सुमित तिवारी को 2177 वोट प्राप्त हुए।जबकि निर्दलीय प्रत्याशी विजय सिंह बघेल तीसरे स्थान पर रहे।इन्हें 1661 मत मिले तो वही अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के खाते में आयी।महामंत्री की सीट जिस पर निर्भर कुमार द्विवेदी को 2132 मत प्राप्त हुए।उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी एनएसयूआई के प्रत्याशी अर्पित सिंह राजकुमार को हराया।अर्पित सिंह को 2071 मत प्राप्त हुए। जबकि समाजवादी छात्र सभा महामंत्री पद पर तीसरे स्थान पर रही और 1949 वोटों पर ही संतोष करना पड़ा।ज्वाइंट सेक्रेटरी पद पर समाजवादी छात्र सभा के भरत सिंह को 2051 वोट मिले भरत सिंह ने आदर्श शुक्ला को हराया। और आदर्श के खाते में 1421 वोट आये। इसी के साथ सांस्कृतिक मंत्री पद पर अवधेश कुमार पटेल सन्नू को 3801वोट के साथ विजय प्राप्त हुई।इन्होंने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के अभिषेक कुमार अवस्थी को हराया।अवस्थी को 2889 वोट मिले।