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इलाहाबाद विश्वविद्यालय में शुरू चुनावी सरगर्मी ,चुनाव अधिकारी की हुई घोषणा

locationप्रयागराजPublished: Aug 14, 2018 12:20:41 am

चुनाव अधिकारी की घोषणा के बाद कैम्पस में बढ़ी चुनावी सरगर्मी

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इलाहाबाद: पूरब के आक्सपोर्ट में एक बार फिर छात्र संघ चुनाव की सर गर्मी शुरू हो गई है।विश्वविद्यालय कैंपस में शिक्षक भर्ती सहित तत्कालीन छात्र संघ अध्यक्ष पर परीक्षा में फर्जीवाड़े के आरोप को लेकर चल रहे तनाव के बीच विश्वविद्यालय प्रशासन ने चुनाव अधिकारी की घोषणा कर दी है। हालाकि अभी चुनाव की तिथियों की घोषणा नहीं की गई है। और चुनाव कब तक होंगे , विश्वविद्यालय प्रशासन ने नही बताया है।लेकिन चुनाव अधिकारी घोषित होने के बाद कैंपस में चुनावी रंग चढ़ने लगा है।

विश्वविद्यालय प्रशासन ने सोमवार की रात नोटिस जारी कर विश्वविद्यालय के रक्षा शास्त्र विभाग के प्रोफेसर आर के उपाध्याय को छात्र संघ चुनाव 2018 का चुनाव अधिकारी बनाने की घोषणा की है।जिसके बाद से विश्वविद्यालय कैंपस की छात्र राजनीति में अचानक सियासी बयार बहने लगी। हालाकि विवि प्रशासन अगस्त के अंत तक परीक्षा कराने की स्थिति में नहीं दिख रहा है।लेकिन यह माना जा रहा है, कि विश्वविद्यालय में चल रहे आंदोलन को देखते हुए प्रशासन तत्कालीन छात्रसंघ की कार्य अवधि को समाप्त करने की तैयारी में है।

बता दें कि अभी विश्वविद्यालय में पीजी का प्रवेश चल रहा है।साथ ही संबंधित सभी महाविद्यालयों में भी पीजी का प्रवेश का कार्य बाकी है।ऐसे में चुनाव की तिथि की घोषणा करना संभव नहीं दिख रहा है। लेकिन अचानक विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा चुनाव अधिकारी घोषित होने के बाद छात्र राजनीत अपने रंग में दिखने लगी। विश्वविद्यालय प्रशासन छात्रसंघ की तिथि की घोषणा तब तक नहीं कर सकता है, जब तक विश्वविद्यालय और महाविद्यालय में प्रवेश का पूरा काम ना हो जाए । बता दे कि विश्वविद्यालय में छात्रसंघ चुनाव में हर साल लगभग 20 हजार छात्र.छात्राएं वोटर लिस्ट में शामिल होते हैं। लिंगदोह समिति की सिफारिशों के अनुसार इलाहाबाद विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव के लिए साफ तौर पर कहा गया है, कि छात्र संघ चुनाव सत्र प्रारंभ होने के 6 से 8 सप्ताह के बीच करा लेना होगा । लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन इसे करा पाने में सक्षम नहीं दिख रहा है।

विवि में चल रही प्रवेश प्रक्रिया को देखते हुए माना जा रहा है ।कि छात्र संघ का चुनाव सितंबर के अंतिम सप्ताह से लेकर अक्टूबर मध्य तक संपन्न कराया जा सकेगा।वही छात्र संघ अध्यक्ष अवनीश यादव का कहना है ,कि विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ चल रहे आंदोलन को गुमराह करने के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन ने जल्दबाजी में चुनाव अधिकारी की घोषणा कर दी है।वही उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन कार्यकाल को समाप्त कर छात्र संघ भवन पर कब्जा करना चाहता है।ताकि उसके खिलाफ यहां से आंदोलन न हो सके।

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