इविवि की गुरु शिष्य परंपरा मुकदमेबाजी और कानूनी दांव पेंच तक पहुची
विश्वविद्यालय में तत्कालीन स्थिति अंदरूनी राजनीति और शिक्षक और छात्र के गुरु शिष्य परंपरा से इतर मुकदमेबाजी और कानूनी दांव पेंच तक पहुंच चुकी है। एक के बाद एक लगातार विश्वविद्यालय प्रशासन छात्रों पर और छात्र विश्वविद्यालय प्रशासन पर मुकदमा करवा रहे हैं। कुलपति के खिलाफ छात्र संघ और विश्वविद्यालय के छात्र तमाम आरोप लगाते रहे। जिसमें वित्तीय कार्मिक और प्रशासनिक अनियमित्तओ की वजह से कुलपति मानव संसाधन विकास मंत्रालय की जांच के घेरे में हालांकि रिपोर्ट में विश्वविद्यालय की स्थिति के लिए उन्हें जिम्मेदार नहीं माना गया। एमएचआरडी की टीम ने जिसे जांच के लिए भेजा गया उसने क्या रिपोर्ट दी यह तो सार्वजनिक नहीं हुआ। लेकिन विश्वविद्यालय के सूत्रों की मानें तो जांच दल ने कुलपति से ज्यादा पूर्व में सेवानिवृत्त हुए प्रोफेसरों के समूह को उसका जिम्मेदार बताया है।इन सबके बावजूद हांग्लू के खिलाफ जांच चल रही है।उनके उपर तमाम गंभीर आरोप लगाये गये है।
कुलपति को पुलिस की गाड़ी में छिपाकर निकाला गया
इलाहाबाद विश्वविद्यालय में चल रहे आंदोलन के मद्देनजर आज का दिन एक नाटकीय घटनाक्रम के साथ गुजरा। कुलपति विश्वविद्यालय के संबद्ध महाविद्यालय इविंग क्रिश्चयन कॉलेज पहुंचे थे।जहां पर फीस वृद्धि शिक्षकों की भर्ती में अनियमितता धांधली जैसे आरोपों को लेकर छात्रों ने उनका घेराव किया।इस दौरान छात्रों की कुलपति के सुरक्षाकर्मी और छात्रों में बहस भी हुई। हालात इस कदर हो गए कि कुलपति को पुलिस की गाड़ी में छिपाकर निकाला गया। इन सारे घटनाक्रम में विद्यार्थी परिषद का कार्यकर्ता और छात्र नेता सूरज शुक्ल गंभीर हालत में घायल हो गया जो इस समय हॉस्पिटल में है।कुलपति के साथ मौजूद लोगों ने आरोप लगाया कि कुलपति के साथ छात्र नेताओं ने गाली गलौज की अभद्रता की जिस के लिए इविंग क्रिश्चियन कॉलेज के प्रिंसिपल मैसी ने तीन छात्रों के खिलाफ मुट्ठीगंज थाने में तहरीर भी देर रात दी है।
देर रात तक कुलपति को मनाने में जुटे रहे शिक्षक
इविंग क्रिश्चियन कॉलेज की घटना के बाद विश्वविद्यालय पहुंचे कुलपति ने और चीफ प्रॉक्टर दोनों लोगों ने इस्तीफे की पेशकश की विश्वविद्यालय के सूत्रों ने यह बताया कि कुलपति ने भी अपना इस्तीफा तैयार कर लिया है।और प्राक्टर ने भी अपना इस्तीफा कुलपति को भेजा दिया है। जैसे ही कुलपति के इस्तीफे की भेजने की चर्चा कैंपस में फैली तो शिक्षकों में हड़कंप मच गया। इस दौरान कुलपति को मान-मनौव्वल में जुटे शिक्षक उनके घर पहुंचे। और आधी रात तक बैठक जारी रही।इस दौरान शिक्षकों का एक गुट इलाहाबाद के मंडलायुक्त आशीष गोयल के दफ्तर में पहुंचा। जहां छात्र नेताओं के साथ कार्यवाही की मांग करने लगा। देर रात तक कुलपति के इस्तीफे की चर्चा जोरों पर रही। आधी रात खबर लिखे जाने तक कोई भी निर्णय सामने नही आया था।कुलपति के इस्तीफे को लेकर सपेंस जारी रहा। हालाकि की विवि के एक प्रोफेसर ने बताया की कुलपति को इस्तीफा देने के लिये राजी कर लिया गया है। लेकिनचीफ प्रॉक्टर रामसेवक दुबे ने अपना इस्तीफा कुलपति को सौंप दिया है।