एडीजी के मुताबिक पुलिस को सूचना मिली कि अतीक गैंग के सदस्य ने सिविल लाइंस स्थित एक मकान पर कब्जा किया हुआ है। इस सूचना के बाद पुलिस तत्काल हरकत में आ गई और वहां छापेमारी कर धूमनगंज निवासी आशिक उर्फ मल्ली और उसके साथियों को पकड़ लिया गया। हालांकि कुछ लोग पुलिस को देखकर वहां से फरार हो गए। बताते चलें कि कुछ दिन पहले ही बमरौली निवासी प्रापर्टी डीलर मो. जैद ने रंगदारी मांगने और जान से मारने की धमकी देने के मामले में जेल में बंद बाहुबली अतीक अहमद, मल्ली और और मक्खी समेत छह लोगों के खिलाफ धूमनगंज थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी।
जैद का आरोप था कि उसे मल्ली अपने साथियों के साथ जबरन उठा ले गया और अतीक से उसकी बात भी कराई गई, जहां उसे देवरिया जेल कांड की पैरवी न छोड़ने पर जान से मारने की धमकी भी दी गई। बताते चलें कि मल्ली बाहुबली अतीक अहमद के साथ ही कई मुकदमों में नामजद रहा है। बसपा विधायक राजू पाल हत्याकांड में भी उसका नाम आया, लेकिन सीबीआई जांच में उसे क्लीन चिट मिल गई। इसके अलावा मल्ली रिटायर कर्नल की पत्नी की हत्या में भी पुलिस द्वारा मुख्य आरोपी बनाया गया था, लेकिन वह बरी हो गया।