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नहीं मिली जमीन, प्रयागराज से वापस हुआ अरबों का प्रोजेक्ट, मिलता सैकड़ों लोगों को रोजगार

locationप्रयागराजPublished: Jun 10, 2019 06:30:50 pm

Submitted by:

Ashish Shukla

अन्य संस्था सांची एजेंसी की भी जमीन की तलाश अभी पूरी नहीं हो सकी है

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नहीं मिली जमीन, प्रयागराज से वापस हुआ अरबों का प्रोजेक्ट, मिलता सैकड़ों लोगों को रोजगार

प्रयागराज. यूपी में भाजपा की सरकार बनने के बाद से ये उम्मीद जगी थी की केन्द्र और राज्य सरकार व्यापक पैमाने पर उद्योगों को बढ़ावा देते हुए यूपी में रोजगार के नये माहौल तैयार करेगी। इसके लिए प्रदेश में सत्ता में आते ही योगी आदित्यनाथ ने निवेशकों के साथ लखनऊ में एक सम्मेलन का आयोजन भी किया औऱ कई औद्योगिक घरानों को यूपी में उद्योग लगाने के लिए आमंत्रित भी किया। लेकिन प्रयागराज में जमीन न मिलने के कारण लोगों को रोजगार देने वाला एक बड़ा समूह कनौडिया ग्रुप वापस हो गया है। ये समूह सीमेंट फैक्ट्री के लिए जमीन की तलाश कर रहा था जिसमें बड़े स्तर पर कर्मचारियों और अधिकारियों की नियुक्ति किये जाने की बात थी। इसके साथ ही अन्य संस्था सांची एजेंसी की भी जमीन की तलाश अभी पूरी नहीं हो सकी है।
जी हां पिछले वर्ष दिसंबर में लखनऊ में हुए निवेशकों के सम्मेलन के बाद कई उद्योग घरानों ने यहां फैक्ट्री लगाने का प्रस्ताव दिया। इसी क्रम में कनौडिया ग्रुप ने भी प्रयागराज में सीमेंट की फैक्ट्री का प्रस्ताव दिया था। कंपनी की ओर से शुरू में ही 250 करोड़ रुपये निवेश का प्रस्ताव भेजा गया लेकिन जमीन ही नहीं मिली। इसलिए ग्रुप प्रयागराज के अलवा किसी अन्य शहर में फैक्ट्री खोलने का निर्णय लिया है।
उपायुक्त उद्योग अजय चौरसिया ने बताया कि कनौडिया ग्रुप ने प्रयागराज के अलावा आसपास के जिलों को भी विकल्प के तौर पर चुन रखा था। लेकिन जमीन न मिल पाने के कारण वो अब यहां के अलावा किसी शहर में फैक्ट्री लगाने की योजना पर काम कर रहे हैं। सांची एजेंसी पर उन्होन कहा कि इस समूह ने मांडा में सीमेंट की फैक्ट्री खोलने की योजना बनाई है। संस्थान को न्यूनतम 60 से 70 बीघा जमीन चाहिए लेकिन अभी तक एक तिहाई ही जमीन उपलब्ध हो पाई है। हालांकि यह समस्या जल्द दूर होने की बात कही जा रही है।
कनौडिया ग्रुप की ओर से खोली जाने वाली सीमेंट की फैक्ट्री में सीधे तौर पर 300 अफसरों और कर्मचारियों की नियुक्ति होनी थी। साथ ही मजदूरों को भी रोजगार मिलता। इसके अलावा फैक्ट्री के आसपास अन्य रोजगार के भी दावे किए जा रहे थे लेकिन अब प्रोजेक्ट के वापस होने से इन उम्मीदों को झटका लगा है।
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