खोने वालों के ये हैं आंकड़े
कुंभ 2019 में प्रथम शाही स्नान के दौरान श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ीे तो लोगों का एक दूसरे से बिछड़ने का दौर शुरू हो गया। मेला प्रशासन ने इस बड़ी समस्या से निपटने के लिए खोया पाया केन्द्र बनाए, जिसमें किसी के भी खो जाने पर लाउड स्पीकर के माध्यम से मेले में एनाउंसमेंट करके लोगों को अपने से मिलाने का काम किया जा रहा था। पत्रिका टीम जब इन खोया पाया केन्द्र पहुंची और खाने वाले लोगों के बारे में जानकारी जुटाई तो पता चला कि शाही स्नान के दौरान कुंभ में करीब 1500 पुरुष, महिला और बच्चे अपनों से बिछड़े, जिनमें से बड़ी संख्या में लोगों को अपनों से मिला दिया गया और ये क्रम अभी भी जारी है।
कुंभ 2019 में प्रथम शाही स्नान के दौरान श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ीे तो लोगों का एक दूसरे से बिछड़ने का दौर शुरू हो गया। मेला प्रशासन ने इस बड़ी समस्या से निपटने के लिए खोया पाया केन्द्र बनाए, जिसमें किसी के भी खो जाने पर लाउड स्पीकर के माध्यम से मेले में एनाउंसमेंट करके लोगों को अपने से मिलाने का काम किया जा रहा था। पत्रिका टीम जब इन खोया पाया केन्द्र पहुंची और खाने वाले लोगों के बारे में जानकारी जुटाई तो पता चला कि शाही स्नान के दौरान कुंभ में करीब 1500 पुरुष, महिला और बच्चे अपनों से बिछड़े, जिनमें से बड़ी संख्या में लोगों को अपनों से मिला दिया गया और ये क्रम अभी भी जारी है।
इन लोगों ने बनाया रिकार्ड
जब मोतीनंदन बहुगुणा भूले भटके शिविर के प्रभारी राम प्रकाश पांडे ने बताया कि आज उनके यहां करीब 900 बच्चों और महिलाओं के गुम होने की शिकायत दर्ज हुई, जिनमें से 746 को अपनों से मिलाया जा चुका है। वहीं पुलिस प्रशासन के खोया पाया शिविर में आज सुबह से 600 लोगों के खो जाने की शिकायत दर्ज हुई, यहां भी लोगों को अपने से मिलाने का क्रम जारी है, लेकिन इन आंकड़ों में खास बात थी, कि खोने वाले लोगों में सबसे ज्यादा बिहार राज्य के लोग हैं और एक बड़ी बात ये भी थी कि इस राज्य की यादव जाति के लोगों ने खोने में रिकॉर्ड बनाया है। खोया पाया केन्द्र के प्रभारी से बात की, तो उन्होंने बताया कि सबसे अधिक बिहार के लोग ही खो रहे हैं।
बताया ये कारण
प्रभारी ने बताया कि खो जाने का कारण बेहद हैरान कर देने वाला है। ज्यादातर कुंभ में खो जाने वाले लोग अशिक्षित हैं। इनके पास मोबाइल भी नहीं है, जिससे भीड़ में एक दूसरे से बिछड़ने पर संपर्क कर सकें।
प्रभारी ने बताया कि खो जाने का कारण बेहद हैरान कर देने वाला है। ज्यादातर कुंभ में खो जाने वाले लोग अशिक्षित हैं। इनके पास मोबाइल भी नहीं है, जिससे भीड़ में एक दूसरे से बिछड़ने पर संपर्क कर सकें।