scriptबीजेपी के नाम से लगा विवादित पोस्टर, “जो जितना बेईमान, उसका उतना सम्मान, औकात में रहें कार्यकर्ता” | BJP Named Disputed Posters in Allahabad Criticised UP leadership and Government | Patrika News

बीजेपी के नाम से लगा विवादित पोस्टर, “जो जितना बेईमान, उसका उतना सम्मान, औकात में रहें कार्यकर्ता”

locationप्रयागराजPublished: Jul 30, 2017 07:42:00 pm

इलाहाबाद में लगा बीजेपी का ऐसा पोस्टर, लिखा था कार्यकर्ता औकात में रहें, थोड़ी देर बाद किसी ने उतार दिया।

BJP Disputed Poster

BJP Disputed Poster

इलाहाबाद. उधर बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह यूपी के तीन दिन के दौरे पर हैं और पहले ही दिन सपा बसपा के तीन विकेछ छटका कर हंगामा मचा दिया। पर इलाहाबाद में कुछ ऐसा हुआ जिससे अमित शाह समेत बीजेपी की टेंशन बढ़ाने वाला है। पोस्टर में सरकार पर तंज किया गया है और कार्यकर्ताओं को औकात में रहने की धमकी दी गयी है। बड़ी बात यह कि पोस्टर बीजेपी के कलर में है। अभी लोग इस सोच में पड़े ही थे कि इसे बीजेपी के किसी असंतुष्ट गुट ने लगाया है या कोई और बात है, तब तक थोड़ी ही देर में पोस्टर हटा दिया गया। यह पोस्टर इलाहाबाद के सुभाष चैराहे रविवार की दोपहर लगा था। विवादित पोस्टर को लेकर पूरे शहर में चर्चा रही।




सुभाष चैराहे पर जो पोस्टर लगाया गया था वो बीजेपी के झंडे की तरह था। उस पर उसका बेस कलर भाजपा का आधिकारिक केसरिया और हरा था व कमल का निशान भी बना था। उस पर लिखा गया था ष्जो होगा जितना बेईमान, उससे मिलेगा उतना सम्मानष्। इस लाइन के जरिये बीजेपी सरकार में बड़े ओहदों पर बैठे नेताओं के अयोग्य होने का इशारा करते हुए उन पर तंज कसा गया था।




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इसके अलावा पोस्टर पर दूसरी लाइन में कार्यकर्ताओं पर भी कटाक्ष के अंदाज में धमकी लिखी थी। “कार्यकर्ता अपनी औकात में रहें”। यह बिल्कुल उसी तरह था जैसे कोई यह बताने की कोशिश कर रहा हो कि बीजेपी कार्यकर्ताओं की पार्टी के अंदर कोई तवज्जो नहीं है। पर यह पोस्टर किसने लगाया यह पता नहीं चल पाया। चर्चा रही कि इस पोस्टर को लगाना बीजेपी के ही किसी असंतुष्ट गुट की करामात हो सकती है। हालांकि कुछ भी स्पष्ट तो नहीं हुआ पर चर्चा का बाजार जरूर गर्म हो गया।




सुभाष चैराहे पर आने-जाने वाले जिन लोगों ने भी पोस्टर देखा असमंजस पड़ गए। पोसटर में जिस भाषा का इस्तेमाल किया गया था। उसके जरिये न केवल बीजेपी सरकार के बड़े लोगों पर हमला किया गया था बल्कि कार्यकर्ताओं को भी यह बताने की कोशिश की गयी थी कि पार्टी में उनकी नहीं चलती। बताते चलें कि ऐसा आरोप लगाया जा रहा है कि आम नागरिकों को सीएम योगी आदित्यनाथ से मिलना तो आसान है लेकिन विधायकों से मिलना मुश्किल। कार्यकर्ताओं की उपेक्षा का भी आरोप लगाया जाता रहा है।


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