प्रदेश में हुए लोकसभा उपचुनाव में बीजेपी को फूलपुर और गोरखपुर जैसी दो महत्वपूर्ण लोकसभा सीटों को खोना पड़ा। बसपा के समर्थन से सपा ने सीएम योगी आदित्य नाथ और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या की सीट जो जीत दर्ज की है। उसे बीजेपी भुला नहीं पा रही है। चुनाव प्रचार के दौरान डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या ने इस उपचुनाव को 2019 लोकसभा चुनाव का रिहर्सल मानने की बात कही थी।
ऐसे में उपचुनाव में मिली करारी हार ने बीजेपी के लोकसभा चुनाव की सारी तैयारियों की कलई खोल कर रख दी है। बीजेपी के दिग्गज भले ही इस हार को कम वोटिंग प्रतिशत बता रहे हों लेकिन यह सच है सपा के साथ बसपा के आने से बीजेपी का सियासी समीकरण फेल हो चुका है। अब बीजेपी नए सिरे से फूलपुर लोकसभा सीट को जीतने के लिए प्लान तैयार कर रही है। लोकसभा चुनाव के दौरान बीजेपी हर बूथ पर पन्ना प्रमुख तैनात करेगी।
इलाहाबाद में बूथ स्तर पर बीजेपी पहली बार इस तरह का खास प्लान तैयार कर रही है। ताकि सपा बसपा गठबंधन में सेंध लगायी जा सके। काशी प्रांत की बैठक में पार्टी ने अपने बूथांे को नए स्तर से गठन का निर्णय लिया गया है। तीन सेक्टर में एक एक पदाधिकारियों को भी तैनात किया जाएगा। ये पदाधिकारी लोकसभा चुनाव तक बने अपने पद पर बने रहेंगे।
मालूम हो कि इलाहाबाद में कुल 1253 बूथ हैं और 141 सेक्टर हैं। पार्टी द्वारा नियुक्त सेक्टर की टीम ही बूथ को मजबूत करने का काम करेगी। इसके अलावा पन्ना प्रमुख का मुख्य कार्य अपने क्षेत्र के मतदाताओं के संपर्क में रहें। ताकि मतदाताओं के बीच उनकी अच्छी पकड़ और पहचान रहे। लोकसभा चुनाव में बीजेपी की पन्ना प्रमुख रणनीति कितना सफल होगी। यह 2019 लोकसभा चुनाव के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।