अमित शाह ने खुद ली जिम्मेदारी
गौरतलब है कि योगी सरकार के रवैए से नाराज होकर इलाहाबाद में कुछ महीनो बाद लगने जा रहे कुंभ मेले के शाही स्नान और पेशवाई का बहिष्कार का एलान अखाड़ा परिषद ने कर दिया है। यह माना जा रहा है कि जिन्हें मनाने के लिये अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष के अगुवाई में आज भाजपा अध्यक्ष अमित शाह सामने आए हैं। वह सभी को दिल्ली में आज आमंत्रित किया और अखाड़ा परिषद के साथ सभी अखाड़ों के दो.दो प्रतिनिधियों व परिषद के कार्य अधिकारियों से मुलाकात करेंगे।
गौरतलब है कि योगी सरकार के रवैए से नाराज होकर इलाहाबाद में कुछ महीनो बाद लगने जा रहे कुंभ मेले के शाही स्नान और पेशवाई का बहिष्कार का एलान अखाड़ा परिषद ने कर दिया है। यह माना जा रहा है कि जिन्हें मनाने के लिये अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष के अगुवाई में आज भाजपा अध्यक्ष अमित शाह सामने आए हैं। वह सभी को दिल्ली में आज आमंत्रित किया और अखाड़ा परिषद के साथ सभी अखाड़ों के दो.दो प्रतिनिधियों व परिषद के कार्य अधिकारियों से मुलाकात करेंगे।
अखाड़ा परिषद का दावा है, कि अमित शाह ने अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि व महामंत्री स्वामी हरी गिरी से बात की और उनको यह भरोसा दिया है । कि वह केंद्र की सरकार और योगी की राज्य की सरकार से हर संभव मदद करेंगे। जिसके लिए जल्द ही केंद्र सरकार द्वारा दिल्ली से अधिकारियों और मंत्रियों को जमीनी हकीकत जानने के लिए भेजा जाएगा।
बीते दिनों हुआ था बहिष्कार का एलान
जानकारी के अनुसार कल देर शाम महंत नरेंद्र गिरी अखाड़ा परिषद के सचिव हरि गिरि दिल्ली पहुंच गए हैं । आज किसी भी समय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष और जनप्रतिनिधियों से अमित शाह की मुलाकात होगी बता दें कि अखाड़ा परिषद ने बीते 16 मार्च को संगम नगरी में बैठक की जिसमें आगामी कुंभ में शाही स्नान और पेशवाई का बहिष्कार करने का ऐलान किया ऐसे में जब केंद्र और राज्य सरकार दुनिया में संतों की नगरी से दुनिया को आमंत्रित करने का डंका बजा रहे हैं । तो वही संतो की सर्वमान्य संस्था अखाड़ा परिषद के नाराज होने से खलबली मची है।
जानकारी के अनुसार कल देर शाम महंत नरेंद्र गिरी अखाड़ा परिषद के सचिव हरि गिरि दिल्ली पहुंच गए हैं । आज किसी भी समय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष और जनप्रतिनिधियों से अमित शाह की मुलाकात होगी बता दें कि अखाड़ा परिषद ने बीते 16 मार्च को संगम नगरी में बैठक की जिसमें आगामी कुंभ में शाही स्नान और पेशवाई का बहिष्कार करने का ऐलान किया ऐसे में जब केंद्र और राज्य सरकार दुनिया में संतों की नगरी से दुनिया को आमंत्रित करने का डंका बजा रहे हैं । तो वही संतो की सर्वमान्य संस्था अखाड़ा परिषद के नाराज होने से खलबली मची है।
शाही स्नान होता है उत्सव
बता दे की शाही स्नान और पेशवाई संगम नगरी और संतों का उत्सव होता है । जिसमें गुफाओं कंदराओं तक तपस्या करने वाले संत महात्मा महंत संगम नगरी पहुंचते हैं ।जिसमे उत्सव अभिनंदन के साथ प्रयाग क्षेत्र में पहुंच कर धर्म ध्वजा स्थापित करना ।दीक्षा दिलाना स्नान के महापर्व पर पूरी उत्सवधर्मिता के साथ संगम में डुबकी लगाना । जो दुनिया के लिए एक बड़े आकर्षण का केंद्र होता है । जिसके लिए और जिसे देखने के लिए देश ही नहीं बल्कि दुनियाभर के लोग आते हैं । ऐसे में सरकार के करोड़ों के बजट और तमाम इंतजामात फेल होते दिखेंगे जब इस महाकुंभ की शोभा और शान पेशवाई और शाही स्नान संत नहीं करेंगे।
बता दे की शाही स्नान और पेशवाई संगम नगरी और संतों का उत्सव होता है । जिसमें गुफाओं कंदराओं तक तपस्या करने वाले संत महात्मा महंत संगम नगरी पहुंचते हैं ।जिसमे उत्सव अभिनंदन के साथ प्रयाग क्षेत्र में पहुंच कर धर्म ध्वजा स्थापित करना ।दीक्षा दिलाना स्नान के महापर्व पर पूरी उत्सवधर्मिता के साथ संगम में डुबकी लगाना । जो दुनिया के लिए एक बड़े आकर्षण का केंद्र होता है । जिसके लिए और जिसे देखने के लिए देश ही नहीं बल्कि दुनियाभर के लोग आते हैं । ऐसे में सरकार के करोड़ों के बजट और तमाम इंतजामात फेल होते दिखेंगे जब इस महाकुंभ की शोभा और शान पेशवाई और शाही स्नान संत नहीं करेंगे।
इन मुद्दों पर होगी चर्चा
संतों के नाराजगी की खबर मिलते ही बीजेपी अध्यक्ष ने खुद अपने हाथ में कमान ली और पहल करके नाराज साधू संतो को दिल्ली बुला लिया है ।आज दिल्ली में अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष की बैठक राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के आवास पर होगी । जहां पर तमाम मुद्दों पर चर्चा होनी है, जिनमें प्रयाग प्राधिकरण में संतों ने अपने लिए जगह मांगी थी । उसका तय होना आश्रमों में पक्के निर्माण का बजट रिलीज़ होना । और सरकारों द्वारा बनाए गए सभी निगमों और नियमों पर संतों की निगहबानी में हो ।
By-Prasoon Pandey
संतों के नाराजगी की खबर मिलते ही बीजेपी अध्यक्ष ने खुद अपने हाथ में कमान ली और पहल करके नाराज साधू संतो को दिल्ली बुला लिया है ।आज दिल्ली में अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष की बैठक राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के आवास पर होगी । जहां पर तमाम मुद्दों पर चर्चा होनी है, जिनमें प्रयाग प्राधिकरण में संतों ने अपने लिए जगह मांगी थी । उसका तय होना आश्रमों में पक्के निर्माण का बजट रिलीज़ होना । और सरकारों द्वारा बनाए गए सभी निगमों और नियमों पर संतों की निगहबानी में हो ।
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