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इलाहाबाद विश्वविद्यालय में बमबाजी के बाद मची अफरातफरी

locationप्रयागराजPublished: Oct 11, 2017 02:41:17 pm

Submitted by:

Akhilesh Tripathi

विश्वविद्यालय में दक्षता भाषण के दौरान एक के बाद एक लगातार कई बम फूटने से कैंपस में भगदड़ का माहौल है।

Allahabad University

इलाहाबाद विश्वविद्यालय

इलाहाबाद. इलाहाबाद विश्वविद्यालय के यूनियन हॉल के पास बुधवार को बमबाजी होने से अफरातफरी मच गई। बमबाजी में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। विश्वविद्यालय की दक्षता भाषण के दौरान एक के बाद एक लगातार कई बम फूटने से कैंपस में भगदड़ का माहौल बन गया। बता दें कि छात्रसंघ चुनाव को लेकर कैंपस में हजारों का हुजूम उमड़ा है।
बता दें कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय में छात्रसंघ चुनाव को लेकर चुनाव प्रचार चरम पर है। छात्र संगठन और निर्दलीय प्रत्याशी छात्रों को रिझाने के लिए माइक मीटिंग से लेकर डोर टू डोर प्रचार अभियान चला रहे हैं। बुधवार को विश्वविद्यालय की दक्षता भाषण के दौरान अराजक तत्वों ने बमबाजी कर दी, जिसके बाद वहां भगदड़ मच गया। समाजवादी छात्र सभा के अध्यक्ष पद के प्रत्याशी अवनीश यादव के बोलने के बाद जैसे ही विद्यार्थी परिषद के उम्मीदवार प्रियंका सिंह मंच पर बोलना शुरू किया वैसे ही छात्र संघ भवन के मेन गेट पर एक के बाद एक कई बम फोड़े गए। हालांकि पुलिस प्रशासन की तैनाती होने के कारण स्थिति को नियंत्रित किया गया । बमबाजी के बाद कैंपस में पुलिस और पीएसी सहित भारी मात्रा में फोर्स तैनात की गई है और आसपास की सारी इलाकों को छावनी में तब्दील कर दिया गया है।
इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्र संघ चुनाव को लेकर दक्षता भाषण की परंपरा रही है। दक्षता भाषण की शुरुआत 1923 में की गई थी। अध्यक्ष और उपाध्यक्ष प्रत्याशियों पियाजी क्वालीफाइंग स्पीच होती है और इस दिन पूरे विश्व विद्यालय कैंपस के छात्र इकट्ठे होते हैं और अपने चुनने वाले नेता को सुनते हैं। बुधवार को समाजवादी छात्र सभा, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, एनएसयूआई इंकलाबी छात्र मोर्चा और निर्दलीय प्रत्याशी इसमें हिस्सा ले रहे थे।
इलाहाबाद विश्वविद्यालय में 14 अक्टूबर को चुनाव होने हैं। बीते शुक्रवार को 7 पदों के लिए 67 उम्मीदवारों ने अपना नामांकन दाखिल किया है जिसमें अध्यक्ष उपाध्यक्ष महामंत्री संयुक्त मंत्री सांस्कृतिक सचिव स्नातक प्रतिनिधि परास्नातक शोध प्रतिनिधि पद शामिल है। विश्वविद्यालय के छात्र संघ चुनाव में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद और समाजवादी छात्र सभा के बीच पहले से ही कांटे की टक्कर मानी जा रही थी। वहीं आखिरी समय में एनएसयूआई ने प्रत्याशी उतारकर छात्रसंघ चुनाव की लड़ाई को रोचक बना दिया है।

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