गौरतलब हो कि बीते 31 अक्टूबर की रात एक जन्मदिन पार्टी के दौरान इलाहाबाद विश्वविद्यालय के पी सी बनर्जी छात्रावास में सुमित शुक्ला की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।बता दें कि हत्या का आरोप इलाहाबाद विश्वविद्यालय से संबंधित महाविद्यालय सीएमपी डिग्री कॉलेज के वर्तमान अध्यक्ष आशुतोष त्रिपाठी सहित हरकेश मिश्रा और पूर्व छात्र नेता प्रिंस सिंह पर लगा।
हालांकि अभी तक पुलिस ने इस मामले में कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है।लेकिन सूत्रों की मानें तो पांच लोग गिरफ्तार हुए हैं।आरोपियों से क्राइम ब्रांच और पुलिस पूछताछ कर रही है। बता दें कि सुमित शुक्ला इलाहाबाद विश्वविद्यालय से 2012 में उपाध्यक्ष पद का चुनाव लड़ चुके थे।उसके बाद से लगातार वह छात्र संघ चुनाव में अपनी हनक कायम रखे थे।
सुमित शुक्ला की हत्या का आरोप आशुतोष त्रिपाठी पर लगने के बाद सब इस लिए हैरान थे की पिछले कई वर्षो से आशुतोष सुमित के साथ ही रहता था। सुमित ने ही आशुतोष को चुनाव लडवाया और उसने बड़ी जीत दर्ज की।बता दें की सुमित गोंडा जिले का रहना वाला था । वही आरोपियों की गिरफ्तारी की खबर सुनते ही सुमित समर्थक पुलिस अधिकारीयों से सम्पर्क साधने लगे समर्थकों का कहना है की उन्हें सामने लाये ,आरोपी यह बताये की हत्या के पीछे किसका हाथ है । हलाकि पुलिस भी तक इस मामले का खुलासा किया है।