बता दें कि सोमवार देर रात बसपा नेता राजेश यादव की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। BSP Leader Rajesh Yadav इलाहाबाद के Companybagh के पीछे हरितकुंज अपार्टमेंट में रहते थे। सोमवार रात वह राज नर्सिंग होम के मालिक डॉक्टर मुकुल के साथ ताराचंद हॉस्टल में किसी से मिलने गए थे। रात में करीब 2:30 बजे किसी से हॉस्टल के बाहर विवाद हो गया। इसी दौरान उन पर हमला कर दिया गया। राजेश के पेट में गोली लगी और वह गंभीर रुप से जख्मी हो गए । डॉक्टर मुकुल उन्हें जख्मी हालत में राज नर्सिंग होम ले जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि बसपा नेता की गाड़ी में भी कुछ खोखे मिले हैं। गाड़ी में पीछे से ईंट पत्थर भी मारा गया है।
राजेश कुमार यादव भदोही जिले के दुगूना गांव के रहने वाले थे और डीघ ब्लॉक से जिला पंचायत अध्यक्ष भी रह चुके थे। वर्ष 2010 में जिला पंचायत सदस्य निर्वाचित होने के बाद से ही राजनीति में सक्रिय हुए राजेश यादव को 2009 में पार्टी का प्रभारी बनाया गया था। राजनीति में आने से पहले राजेश यादव इंजीनियर थे और समुद्र के अंदर पाइप लाईन बिछाने का काम करते थे साथ ही साथ दुबई, मॉरीशस जैसे स्थानों पर नौकरी भी कर चुके थे। राजेश कुमार यादव काफी लंबे समय से बसपा से जुड़े थे और यादव वोट बैंक में सेंध लगाने के लिए बसपा ने उन्हें 2017 में Gyanpur Vidhan Sabha से उम्मीदवार बनाया था। हालांकि वह विधानसभा चुनाव में कोई करिश्मा नहीं कर सके थे और उनकी बुरी तरह हार हुई थी। ज्ञानपुर सीट से Bahubali Vijay Mishra ने चुनाव जीता था।