लेकिन मौके पर पहुंचे एडीए और निगम के अधिकारियों से आरोपी प्रदीप जायसवाल की पत्नी बेटी और उनके रिश्तेदार भिड़ गए। जिसके बाद मामला बिगड़ गया। स्लैब तोड़े जाने का काम रोक दिया गया। सीटी मजिस्ट्रेट अशोक कुमार कनौजिया के नेतृत्व में रात अवैध ध्वस्तीकरण का आदेश पर होटल के आगे का पूरा हिस्सा, जिसे अवैध निर्मित किया गया था। उसे जेसीबी से तोड़कर ध्वस्त कर दिया गया।
महापौर
अभिलाषा गुप्ता नंदी और नगर आयुक्त रितु सुहास के नेतृत्व में निगम ने होटल के पीछे बने नाले को तुड़वाने का काम शुरू किया। साथ ही नाले पर बने आठ कमरे तोड़ गए। देर रात तक चली इस अवैध निर्माण के ध्वस्तीकरण की कार्यवाही से पूरे इलाके में हड़कंप साथ ही पूरे साउथ मलाका इलाके की बिजली रात तक काट दी गई थी। ध्वस्तीकरण की कार्यवाही सुनते ही कचहरी की सैकड़ों की देर रात तक डटे रहे।
बता दें कि, किसी होटल क्राउन के अवैध निर्माण के खिलाफ अधिवक्ता राजेश श्रीवास्तव लड़ाई लड़ रहे थे। जिन्होंने नाले पर बने अवैध निर्माण और होटल के अवैध कमरों को तोड़ने की अजीत जिला न्यायालय में दाखिल की थी और हाईकोर्ट में दाखिल करने वाले थे। उसके पहले ही होने शहर के मनमोहन पार्क के पास दिनदहाड़े हत्या कर दी गई थी। अधिवक्ता राजेश श्रीवास्तव के परिजनों से मिलने पहुंचे। डिप्टी सीएम
केशव प्रसाद मौर्य कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी सहित आला अधिकारियों ने जल्द कार्यवाही का आश्वासन दिया था।
input प्रसून पांडेय