कानून व्यवस्था को लेकर सतर्क रहने वाली मायावती की सरकार में उनके कैबिनेट मंत्री पर हमला पूरी सरकार के लिए चुनौती की तरह था। नंद गोपाल गुप्ता नंदी को एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां से उन्हें कुछ ही घंटों बाद मुख्यमंत्री मायावती के निर्देश पर लखनऊ बुला लिया गया। कहा जाता है कि पहली बार मायावती इतनी परेशान दिखी थी। खुद एयरपोर्ट पर पहुंच कर उन्होंने नंदी का हाल जाना था। और उनके इलाज के निर्देश जारी किए थे।
नंदी परिवार मना रहा पुनर्जन्म महोत्सव
12 जुलाई का दिन जिसे आज भी नंदी परिवार याद करके सहम जाता है । विस्फोट की आवाज़ से पूरा इलाका थर्रा गया था। पुरे इलाके में चीख पुकार और अफरा तफरी मची थी । कोतवाली क्षेत्र में रहने वाले अमर वैश्य मुन्ना भैया कहते है की वो याद करके आज भी काप उठता है । दरअसल नन्दी पर जानलेवा हमले के आठ साल पूरे हो रहे हैं। इसे नन्दी परिवार पुनर्जन्म महोत्सव के रूप में मनाता है । 12 जुलाई को नन्दी के पुनर्जन्म महोत्सव की तैयारी जोरों पर चल रही है।
कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने अपने पुनर्जन्म महोत्सव पर एक वीडियो तैयार कराया है। जिसमें उनके ऊपर हुए जानलेवा हमले और जनता के बीच अपने किये कार्यों को दिखाया है। नन्दी ने यह वीडियो खुद पत्रिका को भेजा है। बता दें की नंदी के घर के बाहर स्थित शिव मंदिर जहाँ नंदी पर हमला हुआ था, वही कल नंदी परिवार रुद्राभिषेक करेगा, जिसके बाद भंडरा आयोजित किया जाएगा जिसमे पूरे शहर को नंदी परिवार ने आमंत्रित किया है ।
बाहुबली सहित कई सफेदपोश का नाम आया सामने
गौरतलब है कि नंद गोपाल नंदी पर बसपा सरकार में कैबिनेट मंत्री रहते हुए रिमोट बम से हमला किया गया था। यह अपनी तरह की पहली घटना थी,जिसमे किसी को मारने की साजिश के लिए रिमोट बम का इस्तेमाल किया गया था।नन्दी के ऊपर जानलेवा हमले में कई सफेदपोशों का नाम सामने आया, जिसके बाद प्रदेश की सियासत में खलबली मच गई । नंद गोपाल गुप्ता नंदी के भाई कमल किशोर ने कोतवाली थाने में बाहुबली विधायक विजय मिश्रा, ब्लाक प्रमुख दिलीप मिश्रा के खिलाफ मामला दर्ज कराया। हमले को अंजाम देने का मास्टरमाइंड राजेश पायलट को बताया गया।
आरोपियों की तलाश में पुलिस ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी। घटना के 5 महीने बाद नन्दी कांड का मास्टरमाइंड शातिर अपराधी आनंद सैंडल उर्फ राजेश पायलट गिरफ्तार किया गया। साथ ही इसी मामले में बाहुबली विधायक विजय मिश्रा को पुलिस ने मुंबई से गिरफ्तार किया। हालाकि विजय मिश्रा सहित दिलीप मिश्रा जमानत पर बाहर है, जबकि राजेश पायलट अभी भी सलाखों के पीछे।
सूबे में कम समय में बड़ा मुकाम बनाने वाले नेता
नंद गोपाल नन्दी सियासत में कम समय में अपना बड़ा मुकाम बनाने वाले राजनेताओं में से है।नन्दी में अपने सियासी सफर की शुरुवात राजनीत के दिग्गजो को हराकर कर शुरू की और विधानसभा में कदम रखा। बता दें कि नंद गोपाल गुप्ता नंदी 2007 में बसपा के टिकट पर विधानसभा चुनाव में उतरे और बड़ी जीत दर्ज की । इस चुनाव में उन्होंने भाजपा के दिग्गज नेता केसरीनाथ त्रिपाठी ,कांग्रेस की नेता रीता बहुगुणा जोशी को चुनाव हराकर सुर्खियों में थे।
विधानसभा में शानदार जीत हासिल करने वाले नन्दी को मायावती ने कैबिनेट मंत्री बनाया । वहीं 2012 में नन्दी एक बार फिर बसपा के टिकट से चुनाव मैदान में उतरे हलाकि इस चुनाव में उन्हें जीत नहीं मिल सकी। 2014 के आम चुनाव में नंदी ने कांग्रेस पार्टी का दामन थामा और लोकसभा का टिकट लेकर मैदान में उतरे, लेकिन एक बार फिर नन्दी को हार मिली। वहीं 2017 के विधानसभा चुनाव में नंदी ने भाजपा की ओर रुख किया ,और एक बार फिर से चुनाव जीतकर कैबिनेट मंत्री बने । गौरतलब है कि नंद गोपाल गुप्ता नंदी की पत्नी अभिलाषा गुप्ता दूसरी बार इलाहाबाद की मेयर है।