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#careertips: मीडिया में बनायें करियर, जानिये क्या है चुनौतियां

locationप्रयागराजPublished: Aug 06, 2019 11:07:27 am

-बदलते दौर में मिडिया के नए प्लेटफार्म
-मिडिया की अलग -अलग विधा में कैरियर बनाने के अवसर

 कैरियर

मिडिया

प्रयागराज। दुनिया में बदल रही है मीडिया की तस्वीर जिसमें जगह बनाने के लिए आज नई तकनीक और अध्यन की जरूरत है । आज जहाँ प्रिंट मिडिया परम्परा गत अखबारी भाषा से बदल रहा है । वही टेलीविजन में प्रस्तुति का तरीका बदला है । रेडियों की दुनिया में नये प्रयोग हो रहे है,दुनियां भर बेव मिडिया ने बड़ा प्लेटफार्म दिया है ।इलाहाबाद विश्वविद्यालय के मिडिया स्टडी सेंटर में मिडिया में आने वाली पीढ़ियों को आज के दौर में अपनी जगह बनाने के लिए तैयार किया जा रहा है। विवि के मिडिया कोर्स समन्वयक डॉ धनंजय चोपड़ा ने बताया की बदलते समाज में मीडिया तेजी से बदल रहा है। नई टेक्नोलॉजी ने पत्रकारिता को कमाल का बना दिया है। पुराने दौर आज की और आज की पत्रकारिता में बड़े अंतर है।दुनिया में इंटरनेट छा गया है।हर व्यक्ति तक कुछ सेकेंड में संदेश पंहुच जा रहे है। जिसके जरिये वेब मीडिया एक बड़े प्लेटफॉर्म की तरह सामने है।

मल्टी टास्किंग ,मल्टी स्किल्ड मिडिया
मीडिया में मल्टी टास्किंग ,मल्टी स्किल्ड लोगों की जरूरत है।ऐसा पत्रकार आज सफल हो रहा है।जिसे फोटोग्राफी , स्क्रिप्ट राइटिंग ,पेज मेकिंग बेव जर्नलिज्म की जानकारी हो ऐसे लोगों की आज के दौर में मांग बढ़ रही है। ग्राफिक की समझ भी आज बड़े रोज के आयाम दे रही है। वेब जर्नलिज्म ने बड़ा प्लेटफार्म दे दिया है। मीडिया पर्सन के लिए आज इंटरनेट सामान्य जरूरत हो गया है।
अपनी भाषा पर मजबूत पकड़ की जरुरत
आज के यूथ को अगर इस मिडिया की दुनिया में अपना कदम रखना है तो उसके लिए उनको भाषा की अच्छी समझ होनी चहिये ,अपने पत्रकारिता के माध्यम वह हिंदी हो या अंग्रेजी दोनों को बखूबी समझना होगा। ऐसे ही कोर्स विवि में पढ़ाएं जा रहे है जिनसे इस पीढ़ी के पत्रकारों को प्रोफेसनल मल्टी स्किल्ड जनर्लिस्ट बनाया जा सके।
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अच्छे प्रोफेशनल्स की डिमांड
पत्रकारिता सिर्फ अब प्रिंट या इलेक्ट्रॉनिक मीडिया तक सिमित नही रही वेब मीडिया रेडियो मिडिया फोटोग्राफी में अलग.अलग तरह के कैरियर ने अपना ग्राफ बढ़ाया है। प्रिंट मीडिया-इलेक्ट्रानिक मीडिया- बेव कॉस्ट- ब्राड कॉस्ट- टेली कॉस्ट- सब स्थानों पर अच्छे प्रोफेशनल्स की डिमांड है। पत्रकारिता में अब एक अहम हिस्सा एनिमेशन की दुनिया का हो गया है जो दुनिया भर में छाया है। एनीमेशन के जरिये भी अपने कैरियर को संवारा जा सकता है एनिमेशन एक बड़ा प्लेटफार्म हो गया है।
रेडियो मीडिया में संवार सकते है अपना कैरियर
रेडियो फॉर्मेट में बहुत तेजी से देश भर में बदलाव आए हैं ।उसके लिए हम नए तरह के प्रोग्राम डेवलप कर सकते है।इसके भी कोर्स से चलाए जा रहे हैं। रेडियो की दुनिया में भी बेहतर करें कैरियर बनाया जा सकता है। रेडियो पर समाचार पढ़ने के अलावा आरजे के जॉब सामने है,जिसके लिए बोलने का सही तरीका सीखना होगा खुद को लोगों से जोड़ना है दुनियां या कहे की अपने यहाँ के ट्रेंड को देखना होगा की लोग आज की इस भागती दुनिया में क्या सुनना चाहते है।किस चीज को लोग सुनकर रेडियों से जुड़ेंगे मोबाईल फोन ने रेडियों की पत्रकारिता को नया जीबन दान दे दिया है।
अब कलम कंप्यूटर से आगे की पत्रकारिता
आज का समय कलम ,कैमरे, कंप्यूटर के साथ नई तकनीक के इजाफे का है।नई तकनीक आज पत्रकारिता के लिए बेहद कारगर साबित हो रही है। तकनीकों से दूर रहकर पत्रकारिता के नए आयामों में रचना- गढना मुश्किल सा हो गया है।अब हर हाथ में नोट पैठ सभी को जर्नलिज्म एप्रोच से जोड़ रही है।हर कोई मिडिया का हिस्सा बनना चाहता है इसका प्रयोग अखबारों में खूब हुआ पाठक की तस्वीर ने पाठक को पत्रकार बना दिया।
फोटोजर्नलिस्ट का ब्राड कैरियर
मीडिया की दुनिया में फोटोजर्नलिस्ट कैमरा पर्सन के पास अब तमाम रस्ते है, मिडिया से जुड़कर भी तमाम तरह के प्रोफेशनल काम के लिए दरवाजे खुले हैं। फोटोग्राफी अब अखबार की ही नहीं रह गई। यूट्यूब पोर्टल ने नए नए तरह के आयाम खोले है,फैशन फोटोग्राफी, पोट्रेट फोटोग्राफी, वाइल्ड लाइफ वेडिंग फोटोग्राफी जैसे तमाम आयाम है। जिसके जरिए काम कर सकते हैं। वीडियो कैमरा पर्सन के लिए डॉक्यूमेंट्री बनाने जैसे काम उपलब्ध हैं। जिनमें अपना कैरियर बना सकते हैं एक फोटोग्राफस हजारो शब्द के बराबर होती है।
परंपरा से अलग देना होगा
आज की रफ्तार भरी मीडिया में जगह बनाने के लिए पढ़ना बेहद जरूरी है। जो पढ़ेगा वही बचेगा यह बिल्कुल तय है । नए -नए शब्द गढ़ने होंगे। नए शब्द गढ़ने होंगे लोगों को परम्परा से अलग परोसना होगा तभी पसंद करेंगे। टीवी के लिए शब्द और भाषा उच्चारण पर पकड़ बनानी होगी। अच्छा बोलना होगा लोगों के इमोशन को समझना होगा टेलीविजन पर प्रस्तुतीकरण के बदलाव को सीखने के लिए तकनीकी से रूबरू होना होगा।
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