अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष ने दो टूक शब्दों में कह दिया है कि अखाड़े परम्परा के मुताबिक संगम में ही शाही स्नान करेंगे। अखाड़ा परिषद ने मेला प्रशासन के उस प्रस्ताव को सिरे से नकार दिया है, जिसमें मेला प्रशासन ने अखाड़ों से सेक्टर 17 में गंगा के तट पर शाही स्नान का प्रस्ताव रखा था। मेला प्रशासन के प्रस्ताव को लेकर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन निर्वाण में हुई आपात बैठक में संतों परम्परा के मुताबिक अखाड़ों का शाही स्नान संगम पर ही किये जाने की बात कही है।
अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेन्द्र गिरी ने कुम्भ मेला क्षेत्र में अखाड़ों के शिविरों में पानी और शौचालयों की पर्याप्त व्यवस्था अब तक न हो पाने पर भी नाराजगी जतायी है। उन्होंने संतों से बिजली का किराया वसूले जाने को लेकर भी विरोध जताया है। महंत नरेन्द्र गिरी ने कहा है कि संतों से पहले कभी बिजली का किराया नहीं लिया गया है। लिहाजा इस बार भी मुफ्त बिजली की सुविधा मिलनी चाहिए। वहीं अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महामंत्री महंत हरिगिरी ने सीएम योगी से बार बार कुम्भ मेले में न आने की अपील की है।
उन्होंने इसके पीछे यह तर्क दिया है कि सीएम के मेले में बार बार आने से मेले से जुड़े अधिकारी उनकी तैयारियों में रहते हैं। जिससे कुम्भ मेले के कार्य प्रभावित होते हैं और साधु संतों को भी परेशानी होती है। अखाड़ा परिषद के महामंत्री हरिगिरी मे अधिकारियों को अखाड़ों की शिविरों में जल्द पानी और शौचालयों की व्यवस्था करने की मांग की है।