बतादें कि लॅा कालेज की छात्रा ने कुछ दिन पहले चिन्मयानंद पर यौन शोषण का आरोप लगाया था। लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। आखिरकार छात्रा को सुप्रीम जाना पड़ा। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर एसआईटी का गठन किया गया। पूछताछ के बाद उन्हे शुक्रवार को गिरफ्तार किया गया। अदातल ने चिन्मयानंद को 14 दिन के लिए जेल भेज दिया। एसआईटी के एक अधिकारी के हवाले से ये भी चर्चा चलती रही कि चिन्मयानंद ने अपना गुनाह कबूल कर लिया और कहा कि हम अपने किये पर शर्मिंदा हैं।
जिसके बाद अब संत समाज उन्हे बहिष्कार करने की तैयारी कर रहा है। मीडिया से बातचीत में शनिवार को अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेन्द्र गिरी ने बताया कि 10 अक्टूबर को हरिद्दार में संत सभा की बैठक होनी है इसमें चिन्मयानंद के बहिष्कार का फैसला लिया जाएगा।