जिले में माफिया पर कार्रवाई के क्रम में विकास प्राधिकरण की ओर से लगातार ध्वस्तीकरण अभियान चलाया गया। अतीक अहमद दिलीप मिश्रा, बच्चा पासी, राजेश यादव जैसे चिह्नित माफिया केसाथ ही उनके गुर्गों की भी अवैध रूप से निर्मित भवनों को तोड़ा गया। इसी क्रम में पुलिस ने भी गैंगस्टर की धारा 14 (1) के तहत अपराध से अर्जित संपत्तियों को जब्त करने की कार्रवाई की। लेकिन शासन की नजर में यह काफी नहीं है।
दरअसल पिछले दिनों आला पुलिस अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से हुई बैठक में सीएम ने इसे लेकर नाराजगी जताई थी। अपराधियों की अपराध से अर्जित संपत्तियों को जब्त या कुर्क करने केमामले में प्रयागराज वाराणसी, बरेली लखनऊ व मेरठ से पीछे है। यहां महज अब तक 42.5 करोड़ की संपत्ति कुर्क या जब्त की गई है। सीएम की ओर से असंतोष जताए जाने के बाद से पुलिस अफसरों के होश उड़े हुए हैं। अब माफिया के खिलाफ पुलिस की ओर से की गई कार्रवाई का फिर से ब्यौरा तैयार कराया जा रहा है।
साथ ही संबंधित थाना प्रभारियों को भी कहा गया है कि वह अपने थाने से संबंधित अपराधियों पर प्रभावी कार्रवाई करें। गैंगस्टर के आरोपियों की संपत्तियों को खोजें और उनके जब्तीकरण के लिए उच्चाधिकारियों को रिपोर्ट बनाकर जल्द भेजें। वहीं प्रयागराज एडीजी जोन प्रेमप्रकाश ने निर्देश देते हुए कहा कि अतीक गैंग के इन सदस्यों आबिद, खालिद अजीम उर्फ अशरफ, फरहान, जावेद, एजाज अख्तर,शेरू, मुन्ना, पप्पू, फैसल,आसिफ, जुल्फेकार उर्फ तोता पर कार्रवाई होनी है। माफिया पर कार्रवाई को और तेज करने के निर्देश दिए गए हैं। जहां भी कार्रवाई लंबित है, उसे जल्द से जल्द पूरा किया जाए।