गठबंधन में शामिल दलों ने ओली पर आरोप लगाया था कि उन्होंने सत्ता में साझेदारी से संबंधित समझौते का पालन नहीं किया जिसकी बदौलत वह गत अक्टूबर में प्रधानमंत्री बने थे। मत विभाजन से ठीक पहले सौंपा इस्तीफा
ओली ने अविश्वास प्रस्ताव पर होने वाले मत विभाजन से ठीक पहले संसद में कहा, ‘मैंने सदन में आने से पहले राष्ट्रपति से मुलाकात कर उन्हें अपना इस्तीफा सौंप दिया है।’ भारत और चीन के साथ रिश्ते मजबूत किए
पीएम पद से इस्तीफा देने वाले के पी ओली ने कहा, ‘नेपाली कांग्रेस और माओवादी नेताओं ने सरकार के खिलाफ साजिश की। सरकार ने भारत और चीन के साथ रिश्ते मजबूत किए हैं। अच्छे काम की सजा मिली। बता दें कि सीपीएन माओवादी पार्टी के प्रेसिडेंट प्रचण्ड ने बीते मंगलवार को सरकार से अलग होने की बात कही थी।