scriptकोविड बुजुर्ग मरीज अस्पताल से हुआ गायब, बेटे ने लगाया लापरवाही का आरोप, हाईकोर्ट में याचिका दायर | Covid Patient goes missing from Allahabad TB sapru hospital | Patrika News

कोविड बुजुर्ग मरीज अस्पताल से हुआ गायब, बेटे ने लगाया लापरवाही का आरोप, हाईकोर्ट में याचिका दायर

locationप्रयागराजPublished: May 26, 2021 04:09:04 pm

Submitted by:

Abhishek Gupta

82 वर्षीय कोविड (Covid Patient) मरीज के प्रयागराज के टीबी सप्रू अस्पताल (TB sapru hospital) से गायब होने के मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट (Allahabad Highcourt) में बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दायर की गई है।

TB supru

TB supru

प्रयागराज. 82 वर्षीय कोविड (Covid Patient) मरीज के प्रयागराज के टीबी सप्रू अस्पताल (TB sapru hospital) से गायब होने के मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट (Allahabad Highcourt) में बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दायर की गई है। मरीज की कोरोना जांच पॉजिटिव आने के बाद उसे इस अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन बाद में वह लापता हो गए। लापता व्यक्ति के पुत्र राहुल ने याचिका दायर करते हुए कोर्ट से अस्पताल को उनके पिता रामलाल यादव को सौंपने के निर्देश देने की मांग की है। याचिका में बताया गया है कि उनके पिता कथित तौर पर अस्पताल से आठ मई से लापता है।

ये भी पढ़ें- इलाहाबाद हाईकोर्ट ने ग्रामीण और छोटे कस्बों में चिकत्सिा सुवधिओं को लेकर की तल्ख टिप्पणी

याचिकाकर्ता ने बताया कि उसके पिता को 4 मई को कोरोना जांच के बाद टीबी सप्रू अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 6 मई को राहुल की भी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी, जिसके बाद उसे होम आइसोलेशन में रहने की सलाह दी गई थी। अगले दिन राहुल को अस्पताल के अधिकारियों ने बताया कि उनके पिता को ऑक्सीजन के स्तर में तेज गिरावट के कारण ट्रामा सेंटर में ट्रांसफर किया जा रहा है। 8 मई को अस्पताल के अधिकारियों ने सूचित किया कि उनके पिता गायब हैं।
ये भी पढ़ें- हाईकोर्ट ने कहा, बिना ठोस आधार याचिका दाखिल करना बना फैशन, सहायक अध्यापक भर्ती 2018 वाली तमाम याचिकाएं खारिज

अस्पताल ने नहीं दिया कोई जवाब-
याचिकाकर्ता का लगाया है कि उसने अस्पताल के कई मोबाइल नंबरों पर कॉल करने का प्रयास किया, लेकिन किसी ने कोई जवाब नहीं दिया। एकाध ने उठाया तब भी कोई संतोषजनक उत्तर नहीं मिला। अस्पताल ने उन्हें उनके पिता की मेडिकल रिपोर्ट भी नहीं दी और पुलिस अधिकारियों ने भी राहुल की शिकायत पर कोई कदम नहीं उठाया।
कोर्ट से किया आग्राह-

याचिकाकर्ता का कहना है कि उनके पिता की जान को खतरा है। ऐसे में उच्च न्यायालय से आग्रह है कि प्रतिवादियों को उनके पिता को या उनके शव को सौंपने का निर्देश दें। राहुल ने अपने परिवार के सदस्यों के गैरकानूनी उत्पीड़न के लिए मुआवजे की भी मांग की है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो