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याचिकाकर्ता ने बताया कि उसके पिता को 4 मई को कोरोना जांच के बाद टीबी सप्रू अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 6 मई को राहुल की भी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी, जिसके बाद उसे होम आइसोलेशन में रहने की सलाह दी गई थी। अगले दिन राहुल को अस्पताल के अधिकारियों ने बताया कि उनके पिता को ऑक्सीजन के स्तर में तेज गिरावट के कारण ट्रामा सेंटर में ट्रांसफर किया जा रहा है। 8 मई को अस्पताल के अधिकारियों ने सूचित किया कि उनके पिता गायब हैं।याचिकाकर्ता का लगाया है कि उसने अस्पताल के कई मोबाइल नंबरों पर कॉल करने का प्रयास किया, लेकिन किसी ने कोई जवाब नहीं दिया। एकाध ने उठाया तब भी कोई संतोषजनक उत्तर नहीं मिला। अस्पताल ने उन्हें उनके पिता की मेडिकल रिपोर्ट भी नहीं दी और पुलिस अधिकारियों ने भी राहुल की शिकायत पर कोई कदम नहीं उठाया।