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बड़ी खबर: आयोग के बाद अब सपा सरकार में हुई पुलिस भर्ती घोटाले मामले में 32 को नोटिस जारी

locationप्रयागराजPublished: Mar 26, 2018 02:02:17 pm

2013 सिपाही भर्ती घोटाले को लेकर जांच में फिर से तेज हो गई

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आयोग के बाद अब सपा सरकार में हुई पुलिस भर्ती घोटाले मामले में 32 को नोटिस जारी

इलाहाबाद: सपा शासन मेें वर्ष 2013 सिपाही भर्ती घोटाले को लेकर जांच में फिर से तेज हो गई है। क्राइम ब्रांच ने फूलपुर थाने में दर्ज मुकदमें से सम्बन्धि दस्तावेज लेकर जांच शुरू कर दिया है। मामले के आरोपियों को नोटिस देकर एक सप्ताह के अन्दर बयान दर्ज कराने के लिए बुलाया गया है। फूलपुर के अमोलवा निवासी लालजी सिंह समेत पांच लोगों ने वर्ष 2013 में हुई सिपाही भर्ती मामले में लाखों के घोटाला का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया था। लेकिन सूबे में सपा शासन में भर्ती घोटाले से जुड़े माफिया सत्ता में पकड़ के चलते फूलपुर में तैनात तत्कालीन पुलिस कर्मियों की मिली भगत से पूरे मामले को ठण्ढे बस्ते में डाल दिया था।

मामले में दर्जर्नो फेल अभ्यार्थियों को पास कराने के नाम पर पांच-पांच लाख रूपये ऐंठ लिए गए थे। आरोप हे कि भर्ती माफिया ने पुलिस विभाग के कुछ लोगों से सांठगांठ करके तत्कालीन विशेष सचिव गृह के फर्जी लेटर पैड पर इन अभ्यार्थियों के सत्यापन और प्रशिक्षण पर भेेजने का फर्जी आदेश भी जारी कर दिया था। जिसमें आरोप लगाया था कि व्हाइटनर का प्रयोग करने के कारण लालजी सिंह की पुत्री स्वाति समेत दर्जनों अभ्यार्थियों का परीक्षा परिणाम रोक दिया गया था। फरवरी 2016 में जौनपुर निवासी गुलाबचन्द्र यादव, फूलपुर के प्रभाशंकर यादव और रामचन्द्र यादव व आजाद उर्फ रियाजुद्दीन निवासी सरायममरेज ने भुक्तभोगियो और उनके परिवार वालों से सम्पर्क किया और कहा कि पांच लाख रूपया देने वह उन्हें परीक्षा में पास करा देंगे। जिससे उक्त लोगों ने पांच-पांच लाख रूपया दे दिया। सभी को आरोपियों ने फर्जी नियुक्ती पत्र थमा दिया गया। हालांकि किसी भी पीड़ित को जब नौकरी नहीं मिली तो मामले की शिकायत की। जिसकी जांच क्राइम बांच को शौंप दी गई। कई महीने से मामला ठण्डे बस्ते में बन्द पड़ा था।

वर्तमान में इस सम्बन्ध में क्राइम ब्रांच के पुलिस अधीक्षक बृजेश मिश्र ने मामले को गम्भीरता से लेते हुए इसकी जांच शुरू कर दिया। इस सम्बन्ध में फूलपुर थाने में क्राइम ब्रांच ने मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस अधीक्षक अपराध बृजेश मिश्र ने बताया कि कुल 32 आरोपी है। जिन्हें नोटिस देकर पूंछताछ के लिए बुलाया गया है। जिसमें तत्कालीन विशेष सचिव गृह सूर्य नारायण शुक्ला के फर्जी लेटर पैड पर उपरोक्त अभ्यार्थियों सत्यापन और प्रशिक्षण पर भेजने का आदेश भी जारी कर दिया गया था।

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