धरने में शामिल छात्रों का कहना है कि जब तक विश्वविद्यालय प्रशासन अपनी गलत निर्णय को वापस नहीं लेता है तब तक या धरना प्रदर्शन अनवरत जारी रहेगा इसके लिए उन्हें किसी भी स्थिति का सामना करना पड़े वह तैयार है। छात्रों ने कहा की विश्वविद्यालय के तानाशाह प्रशासन से लड़ाई लड़ेंगे और हमारी लड़ाई तब तक जारी रहेगी जब तक हमारी पांच सूत्रीय मांगों को मान नहीं दिया जाता ।
धरने पर बैठे प्रदर्शनकारियों को आज एनएसयूआई के राष्ट्रीय सचिव नावेद खान पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष आदर्श मोहन पांडे पूर्व उपाध्यक्ष हिमांशु शुक्ला प्रदेश महासचिव अक्षय यादव का समर्थन मिला।एनएसयूआई के राष्ट्रीय सचिव नावेद खान ने कहा ,इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के छात्र संघ उपाध्यक्ष अखिलेश यादव को विश्वविद्यालय से ब्लैक लिस्ट करना और उनके प्रवेश को प्रतिबंधित करना लोकतंत्र की सरेआम हत्या है । उन्होंने बड़ा हमला बोलते हुए कहा की भाजपा और योगी सरकार लोकतंत्र में भरोसा नहीं करती एनएसयूआई ने इस मुद्दे को राष्ट्रीय पटल पर उठाया और हमेशा उठाती रहेगी । सूबे की योगी सरकार छात्रों की आवाज को दबाने की कोशिश कर रहे हैं । जो एनएसयूआई कतई बर्दाश्त नहीं करेगी और सड़क से सदन तक इस लड़ाई को लड़ती रहेगी।
छात्र नेता संगीता मिश्रा एवं अंजलि ठाकुर ने कहा कि छात्र संघ छात्रों की आवाज होता है । जहां पूरा देश एवं प्रदेश प्रत्यक्ष खुला मतदान के पक्ष में है । वहीं इलाहाबाद विश्वविद्यालय प्रशासन अपना तुगलकी फरमान जारी करके छात्र संघ को बंद करने पर तुला हुआ है। यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। एनएसयूआई के प्रदेश महासचिव अक्षय क्रांतिवीर एवं जिलाध्यक्ष पृथ्वी प्रकाश ने अपना विरोध दर्ज कराते हुए कहा हम छात्रसंघ बहाली समेत पाँच सूत्रीय मांगों के लिए तब तक धरने पर बैठे रहेंगे जब तक हमारी मांगे नहीं मानी जाती।हम संगठन स्तर से प्रदेश भर के छात्रों को लामबंद करके एक बड़े आंदोलन को बाध्य होंगे। प्रदर्शन के दौरान अजीत विधायक मनोज यादव गोरखनाथ जितेश मिश्रा अजय सम्राट निशांत रस्तोगी हिमांशु शुक्ला विवेक सिंह सत्यम कुशवाहा दुर्गेश प्रताप सिंह जितेंद्र धनराज आशीष यादव आदि मौजूद रहे।