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फूलपुर उपचुनाव पर केशव मौर्या का बड़ा बयान कहा मेरे परिवार से …

locationप्रयागराजPublished: Oct 24, 2017 05:05:40 pm

डिप्टी सीएम केशव ने अटकलों को किया खारिज. कहा मै परिवारवादी हूं अफवाह ना फैलाएं।

केशव प्रसाद मौर्या

केशव प्रसाद मौर्या

इलाहाबाद देश की सियासत में वीवीआईपी सीट कहीं जाने वाली फूलपुर लोकसभा अपने उपचुनाव से पहले हर रोज नए नए समीकरण और चेहरों को लेकर चर्चा में है। एक तरफ जहां भारतीय जनता पार्टी के झोली में पहली बार आयी इस सीट को भाजपा बचाने की हर मुमकिन कोशिश में जुटी है ।और यही कारण है की भले ही लाख चर्चाये हो रही हो।ल लेकिन कोई भी बड़ा नेता बोलने को तैयार नही है।वहीं दूसरी ओर नेहरु गांधी परिवार साम.दाम सब का इस्तेमाल करके अपने पुरखो के घर में पैतृक सीट पर अपनी खोई हुई जमीन पर परचम फहराना चाहती है। जिसके लिये कांग्रेस महागठबंधन सहित सभी दांव व्ह्लने को तैयार है। यूपी विधानसभा चुनाव के बाद सूबे में दो महत्वपूर्ण सीटों पर उपचुनाव होने है। जिनमें से एक फूलपुर लोकसभा भी है। फूलपुर लोकसभा उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के साथ पहली बार मोदी लहर में भाजपा के हिस्से में है।और भाजपा इसे गवां कर आम चुनाव से पहले विरोधियो को घेरने का मौका नही देना चाहती।
मेरे परिवार से कोई नही होगा प्रत्याशी

डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या के इस्तीफे के बाद खाली हुई फूलपुर लोकसभा के उपचुनाव को लेकर नए नए समीकरण और नई चर्चा आये दिन सामने आ रही हैं। बीते दिनों जहां शहर की सड़कों को उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के साथ उनके बेटे की होर्डिंग लगाकर यह संदेश देने की कोशिश की गई।भारतीय जनता पार्टी के दिग्गज नेता का बेटा सियासी मैदान में कूदने को तैयार है। वही एकओर जहाँ भाजपा देश के पटल पर वंशवाद का विरोध कर रही है। तो वही मोदी लहर में प्रचंड बहुमत वाली भाजपा सरकार के डिप्टी सीएम पुत्रमोह से अलग नही हो पा रहे है। इन सारे विवादों के बीच बीती आधी रात केशव प्रसाद मौर्य ने अपने परिवार से किसी को भी चुनाव न लड़ने की बात कही।
मै कार्यकर्ता वादी हूं अफवाह ना फैलाए

डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या सोशल साइट के जरिए बताया कि फूलपुर के उप लोकसभा चुनाव में उनके परिवार का कोई भी प्रत्याशी नहीं होगा।और ना ही कोई चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी है। उन्होंने लिखा है की मै पवारवादी नहीं हूं।मै कार्यकर्ता वादी हूं। और संगठन जिसे चाहेगा उसे इस सीट पर दावेदार बनाएगा।साथ ही अपनी दूसरी पोस्ट में सख्त लहजे लिखा की अफवाहों को फैलाना बंद करें। और समय का इंतजार करें संगठन सशक्त और सक्रिय कार्यकर्ता को अपना चेहरा बनाएगा।
फूलपुर भाजपा के लिये महत्वपूर्ण

बता दें कि यह सीट इसलिए भी महत्वपूर्ण है कि अगर केशव प्रसाद मौर्या यह सीट भाजपा हारती है। तो विरोधियों के लिए बड़ा चुनावी मुद्दा मिलेगा।और जिले सूबे के साथ सनाग्म नगरी में हिंदुत्व के मुद्दे को बड़ा झटका लगेगा। उसकी बड़ी वजह यह है की केशव प्रसाद मौर्या विश्व हिन्दू परिषद के प्रचारक और विहिप के संस्थापक अध्यक्ष रहे अशोक सिंघल के करीबियों में भी गिने जाते है।और उनकी हार से जिले ही नही बल्कि प्रदेश में बड़े नुकसान संभावना है।और भाजपा के शीर्ष नेतृत्व सहित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कांग्रेस मुक्त भारत के उस नारे के साथ राष्ट्रीय कार्यकारिणी कर नेहरू की धरती से काग्रेस मुक्त नारा देने वाले नरेंद्र मोदी के लिए बड़ा राजनीतिक झटका होगा

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