2019 में मिली थी अक्षयवट दर्शन की अनुमति प्रयागराज में 2019 में लगे कुम्भ मेले में ही अक्षयवट दर्शन की अनुमति मिली थी। इसके बाद से भक्तों द्वारा यह मांग उठाने लगी थी कि दर्शन के बाद परिक्रमा करने से पूजा पूरा होता है। इसके बाद से ही मांग को पूरा करने के लिए प्रयास जारी रहा है। अब सेना की सहमति के बाद परिक्रमा पथ तैयार किया जाएगा।
दर्शन के लिए लगती है श्रद्धालुओं की भीड़ संगम किनारे घाट पर बसे किला के अंदर स्थित अक्षयवट दर्शन के लिए कुंभ के बाद माघ मेला के दौरान तो दर्शनार्थियों की कतार लगती रही है। इसके साथ ही सामान्य दिनों में भी बड़ी संख्या में लोग अक्षयवट तक पहुंचते हैं, परिक्रमा नहीं कर पाते थे। अब लोगों की मांग और प्रशासनिक अफसरों के प्रयासों के बाद अब अक्षयवट परिक्रमा पथ के निर्माण का रास्ता साफ हो गया है। अब परिक्रमा पथ में आने वाले अवरोध हटाए जाएंगे और पूरे परिक्रमा पथ को टाइल्स बिछाया जाएगा। इसके साथ ही दर्शनार्थियों के लिए बेंच, शेड, पेयजल आदि की भी व्यवस्था रहेगी।
प्रयागराज मंडलायुक्त संजय गोयल ने जानकारी देते हुए कहा कि परिक्रमा पथ तथा अन्य निर्माण कार्यों के सेना के साथ वार्ता की जा रही है। योजना को जमीन पर लाने के लिए जल्द ही काम शुरू होगा। इस कार्य में धन की कमी आड़े नहीं आएगी। बजट पास कर दिया गया है।
दिव्यांजन के लिए अलग से होगी व्यवस्था अक्षयवट में दर्शन करने वाले दिव्यांजन के लिए अलग से व्हीलचेयर की सुविधा दी जाएगी। इसके साथ ही प्रवेश द्वारा समेत अन्य स्थलों पर स्लोप की दूरी बढ़ाकर ऊँचाई कम की जाएगी।