छात्र संघ भवन में रखी गई मत पेटियां इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्रसंघ भवन को बीते सप्ताह में सीज करते हुए छात्रसंघ भवन को विश्वविद्यालय प्रशासन ने अपने कब्जे में ले लिया था।जिसका विरोध तत्कालीन अध्यक्ष सहित सभी पदाधिकारी कर रहे थे।लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्र संघ भवन की चाभी नहीं दी।अब चुनाव के लिए विवि प्रशासन ने तैयारियां शुरु कर दी है। चुनाव के लिए मतपेटिया बॉक्स सहित सभी गोपनीय और आवश्यक सामग्रियां छात्र संघ भवन के हाल में सुरक्षा के बीच शिफ्ट करायी गई। चुनाव की सभी गतिविधियां इसी हाल से संचालित होती है।
सिफारिशों के अनुसार होंगे चुनाव छात्र संघ चुनाव की एडवाइजरी कमेटी बनते ही विश्वविद्यालय के चीफ प्राक्टर प्रोफेसर रामसेवक द्विवेदी आदेश जारी करते हुए कहा कि छात्र संघ पदाधिकारी के सभी प्रत्याशी अगर कैंपस में जुलूस निकालते हैं। किसी भी तरीके से *****दोह कमेटी की सिफारिशों के विपरीत पोस्टर-बैनर लगाया जाता है।तो चुनाव की आचार संहिता लागू करने होने के बाद कार्यवाही की जायेगी। कैंपस में आचार संघिता लगते ही चुनाव प्रचार की सीमा दी जाएगी। साथ ही लिग्दोह की सिफारिशों का उल्लंघन करने वाले प्रत्याशियों का नामांकन भी रद्द किया जाएगा।
बिना प्रवेश पत्र कैंपस में प्रवेश नहीं होगा विश्वविद्यालय कैंपस में छात्र संघ चुनाव के मद्देनजर अराजक तत्वों के प्रवेश न कर पाने को लेकर प्रशासन ने आदेश जारी किया है।कि विश्वविद्यालय के किसी भी गेट से बिना परिचय पत्र के कैंपस के परिषर में प्रवेश नहीं होगा। यदि सुरक्षाकर्मियों से किसी भी तरीके की जबरदस्ती की गई तो कानूनी कार्यवाही की जाएगी।
छात्रावास अधीक्षकों से मांगी गई रिपोर्ट विश्वविद्यालय के चुनाव के दौरान प्रत्याशी बाहुबल और धनबल की जोर आजमाइश करने के लिए विश्वविद्यालय के छात्रों के अलावा अपने समर्थन के लिए बाहरी लोगों को कैंपस ने बुलाते हैं।गाड़ियों का जुलूस और जनसभाओं में अपनी भीड़ दिखाने के लिए बाहर से आए छात्रनेता लोगों को एकत्रित करते हैं।और लोगों की रुकने की व्यवस्था हॉस्टल में होती है।जहां पर मठाधीशों की चौपाल लगती है।और हार जीत तय होती है। इस को ध्यान में रखते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन ने सभी छात्रावासों के अधीक्षकों से एलॉट किए गए कमरों का और उन में रह रहे छात्रों का नाम मांगा है।साथ फोटो सहित रसीद जिससे उनकी पहचान हो सके।
दिल्ली पहुंचे छात्र संघ पदाधिकारी बीते 2 सालों के कार्यकाल के दौरान कुलपति बनाम छात्र संघ की लड़ाई अभी जारी है। आगामी चुनाव होने हैं ।कुलपति लगातार विश्वविद्यालय प्रशासन के अधिकारियों के साथ बैठक कर के शांतिपूर्ण चुनाव कराने की प्रक्रिया में लगे है।वही छात्रसंघ के तत्कालीन अध्यक्ष रोहित मिश्रा पूर्व अध्यक्ष ऋचा यादव साथ ही कई पदाधिकारी आज दिल्ली पहुंचे हैं। उन सभी साक्ष्यों के साथ जिनके आधार पर बीते दिनों दिल्ली की एक कांफ्रेंस के दौरान तत्कालीन मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा था। कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय का मामला संज्ञान में है। जल्द ही कुलपति के लिए कार्यवाही की जाएगी। अब कार्यवाही कब होगी इसे सुनिश्चित करने के लिए या प्रतिनिधिमंडल दिल्ली गया है। पर ऐसा माना जा रहा है कि कुलपति की तरफ से भी लोग मंत्रालय और उच्च अधिकारियों के संपर्क में है। और अपनी दलीलें भी वहां पेश करेंगे।