राजेश यादव हत्याकांड में राजनीतिक रंजिश और वर्चस्व की लड़ाई का मामला सामने आ रहा है । पुलिस के मुताबिक़ राजकुमार अर्पित के मुताबिक एक अपराधी छात्र नेता के कहने पर अर्पित को चुनाव न लड़ने के लिए वहां आए थे। जबकि अर्पित सिंह को जेल में बंद एक छात्रनेता की सरपस्ती मिल रही है । अर्पित के चुनाव कार्यालय तारा चन्द्र छात्रावास में जाकर गाली गलौज की जिसके बाद विवाद बढ़ा और राजेश यादव की गोली मार कर हत्या हो गई ।
मुकुल सिंह की भूमिका संदिग्ध
हत्याकांड मामले में जांच कर रही पुलिस को तब छात्रों से जुड़े होने का मामला समझ में आया। जब ताराचंद छात्रावास में लगे सीसीटीवी फुटेज को खंगाला गया। जिसमें 8 संदिग्ध गाड़ी के पीछे जाते हुए देखे जा रहे हैं।लेकिन इन सारे मामले में मुकुल सिंह की स्थिति को संदिग्ध समझते हुए। इलाहाबाद पुलिस ने उन पर नजर बनाए रखी हुई है। कप्तान आनंद कुलकर्णी ने मीडिया से बताया कि इस सारे मामले में पुलिस जांच करते हुए।डॉक्टर मुकुल सिंह का नार्को टेस्ट और लाइव डिटेक्टिव टेस्ट कराया जायेगा ।
हत्याकांड मामले में जांच कर रही पुलिस को तब छात्रों से जुड़े होने का मामला समझ में आया। जब ताराचंद छात्रावास में लगे सीसीटीवी फुटेज को खंगाला गया। जिसमें 8 संदिग्ध गाड़ी के पीछे जाते हुए देखे जा रहे हैं।लेकिन इन सारे मामले में मुकुल सिंह की स्थिति को संदिग्ध समझते हुए। इलाहाबाद पुलिस ने उन पर नजर बनाए रखी हुई है। कप्तान आनंद कुलकर्णी ने मीडिया से बताया कि इस सारे मामले में पुलिस जांच करते हुए।डॉक्टर मुकुल सिंह का नार्को टेस्ट और लाइव डिटेक्टिव टेस्ट कराया जायेगा ।
पुलिस की निगरानी में डॉ मुकुल
इस पूरे मामले में राजेश यादव की पत्नी ने उनके दोस्त डॉक्टर मुकुल सिंह को दोषी बनाया और उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। वारदात के बाद मुकुल सिंह फरार हो गए। जब उनके भाई डॉक्टर राहुल सिंह को पुलिस ने हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की तो पता चला कि डॉक्टर मुकुल सिंह का स्वास्थ्य खराब है। और गंभीर स्थिति में उन्हें हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। मुकुल सिंह के अस्पताल में भर्ती होने की सूचना पर पुलिस सक्रिय हुई और अस्पताल के साथ डॉक्टर मुकुल सिंह के वार्ड की भी घेराबंदी की गई। मुकुल सिंह मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के शिक्षक है, वहां के जूनियर डॉक्टर मुकुल सिंह उनके परिजनों पर उत्पीड़न कर रही है । पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन कर के कामकाज ठप कर दिया। मामले की गंभीरता देखते हुए सारी रिपोर्ट शासन को भेजी गई और मुकुल सिंह को अस्पताल में ही भर्ती रहने दिया गया।
इस पूरे मामले में राजेश यादव की पत्नी ने उनके दोस्त डॉक्टर मुकुल सिंह को दोषी बनाया और उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। वारदात के बाद मुकुल सिंह फरार हो गए। जब उनके भाई डॉक्टर राहुल सिंह को पुलिस ने हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की तो पता चला कि डॉक्टर मुकुल सिंह का स्वास्थ्य खराब है। और गंभीर स्थिति में उन्हें हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। मुकुल सिंह के अस्पताल में भर्ती होने की सूचना पर पुलिस सक्रिय हुई और अस्पताल के साथ डॉक्टर मुकुल सिंह के वार्ड की भी घेराबंदी की गई। मुकुल सिंह मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के शिक्षक है, वहां के जूनियर डॉक्टर मुकुल सिंह उनके परिजनों पर उत्पीड़न कर रही है । पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन कर के कामकाज ठप कर दिया। मामले की गंभीरता देखते हुए सारी रिपोर्ट शासन को भेजी गई और मुकुल सिंह को अस्पताल में ही भर्ती रहने दिया गया।