कुलपति ने विश्वविद्यालय में जनसंपर्क अधिकारी पद पर डॉ चितरंजन कुमार सिंह को नियुक्त किया है।अभी तक इस पद पर सीनियर प्रोफेसर हर्ष कुमार थे। बता दें कि डॉ चितरंजन इलाहाबाद विश्वविद्यालय में हिंदी विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर पद पर तैनात हैं। इसके पहले वह दिल्ली विश्वविद्यालय के सेंड स्टीफेंस में असिस्टेंट प्रोफेसर पद पर अपनी सेवाएँ दे चुके है।
नवनियुक्त जनसंपर्क अधिकारी चितरंजन कुमार सिंह हिंदी सहित तमाम अन्य भाषाओं के विद्वान बताए गए हैं। जानकारी के अनुसार उन्होंने प्रोफेसर नामवर सिंह के निर्देशन में हिंदू और उर्दू के आरंभिक उपन्यासों पर शोध किया है।चितरंजन कुमार सिंह हिंदी इंग्लिश के अलावा फ्रेंच उर्दू और बांग्ला भाषा ऊपर मजबूत पकड़ रखते है।उन्होंने महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से पत्रकारिता में डिप्लोमा किया है।
बता दें कि हिंदी विषय के शिक्षक डॉक्टर चितरंजन कुमार सिंह को जनसंपर्क अधिकारी नियुक्त कर के कुलपति ने कड़े संकेत दिए है। तमाम जाँचो और विवादों के बीच डॉक्टर चितरंजन कुमार सिंह को जिम्मेदारी दी है। बता दें की 2009 से 2014 तक भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी के निजी सहायक रह चुके हैं। और इन्हें इनकी वाकपटुता के लिए देश भर में जाना जाता है।डॉक्टर चितरंजन हिंदी विषय की हर विधा के विद्वान माने जाते हैं।
बीते कुछ दिनों में इलाहाबाद विश्वविद्यालय के कुलपति ने विश्वविद्यालय में तमाम महत्वपूर्ण पदों पर बदलाव किया है।जिस में कुल सचिव और वित्त अधिकारी सहित जनसंपर्क अधिकारी की नियुक्ति की गई है। डॉक्टर चितरंजन ने विश्वविद्यालय में अपना कार्यभार ग्रहण किया है। अभी कुलपति के जनसम्पर्क अधिकारी रहे अन्य लोग सुर्ख़ियों में रहे है।