इलेक्ट्रॉनिक बसों की मांग इलाहाबाद सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विस लिमिटेड की ओर से बीते साल कमिश्नर के जरिए शासन को भेजी गई थी ।अभी तक यह मांग शासन की फाइलों में दबी पड़ी थी ।उत्तर प्रदेश शासन के आई बजट इस प्रस्ताव पर मुहर लग गई। उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के क्षेत्रीय प्रबंधक टीकेएस बिसेन ने बताया कि ब से आने और उनके संचालन से पहले चार्जिंग स्टेशन का होना जरूरी है। इसके लिए नैनी की जहांगीराबाद में प्रयागराज विकास प्राधिकरण से 9000 स्क्वायर मीटर जमीन मिली है। उसकी रजिस्ट्री होने के बाद वहां चार्जिंग स्टेशन बनाना है। इस प्रक्रिया में अभी समय लगेगा।
इलेक्ट्रानिक बसों की बैटरी को चार्ज करने में चार घंटे का समय का लगेगा।चार्जिंग के बाद बस 160 किलो मीटर की दूरी तय कर सकती है। वहीं इलेक्ट्रॉनिक की बसों के चलने से प्रदूषण के स्तर में कमी आएगी। रेलवे स्टेशन से लालगोपालगंज फाफामऊ में शांतिपुरम से नैनी के रेमंड चौराहे तक त्रिवेणीपुरम से पुरामुफ्ती तक सिविल लाइन से प्रतापगढ़ तक और बेरहमी से शंकरगढ़ तक बसों का संचालन किया जाना है । इलेक्ट्रॉनिक बसों के संचालन से प्रदुषण से बड़ी राहत मिलेगी।
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने मगंलवार को अपना चौथा बजट 2020 का पेश किया। सरकार ने 5 लाख 12 हजार 967 करोड रुपए का बजट पेश किया। विधानसभा में पेश किए गए बजट में 10 हजार 967 करोड रुपए की नई योजनाएं शामिल की गई है। जिसमे प्रयाग को अलग -अलग मद में 37 हजार करोड़ का बड़ा हिस्सा मिला है।