पुलिस के मुताबिक क्राइम ब्रांच मे भी अभियुक्तों के खिलाफ पांच मुकदमे दर्ज हैं। इसके अलावा मध्य प्रदेश में भी इन आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हैं। जिसकी जांच पुलिस द्वारा की जा रही है। पुलिस की पूछताछ में अभियुक्तों ने बताया कि प्रयागराज के कई थाना क्षेत्रों और मध्य प्रदेश के कई जिलों में सफलतापूर्वक अपने काम को अंजाम दे रहे थे।
पुलिस के मुताबिक आरोपियों ने बताया है की एटीएम से पैसा निकालने के क्रम में ये एक बार फिर प्रयागराज आए थे। एसपी क्राइम आशुतोष मिश्रा ने बताया कि यह लोग अपने पास एक एटीएम और कार्ड रीडर रखे रहते हैं।जिस व्यक्ति को पैसा निकालने में दिक्कत होती है, तो कार्ड देखने के नाम पर या अन्य किसी सहायता करने के नाम पर कार्ड नंबर कॉपी कर लेते हैं साथ में मिलकर गैंग काम करता है। गैंग के प्रत्येक सदस्य के काम बटे होते हैं।
कोई कार्ड का नंबर देखता है तो कोई क्लोनिंग करता है। तो कोई पिन पाने की कोशिश करता है पूरी जानकारी एकत्र होने पर एक्सपर्ट की मदद से दूसरा एटीएम कार्ड बना लेते थे। दो दिनों के मैक्सिमम लिमिट का पैसा निकालते थे। जिससे रात करीब 12 बजे ही पैसा निकालने का काम करते थे ।चोरी के पेसे में महारथ यह हाईटेक चार अभियुक्त एक मिनट के अंदर एक कार्ड बना देते हैं। आधे घंटे के अंदर पैसा निकाल लेते हैं।फिलहाल इन्हें पकड़कर जेल भेज दिया गया है।
BY- Prasoon Pandey