दरअसल सिद्धार्थ नाथ सिंह के गृह जनपद में शुक्रवार को वृक्ष महाकुंभ के आयोजन में मुख्यमंत्री सहित सूबे के अन्य मंत्री और स्थानीय सांसद विधायक शामिल हुए । लेकिन स्वास्थ मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह नहीं पहुंचे। जिसके बाद से सियासी गलियारों में तरह तरह की चर्चा रही। दिनेश तिवारी ने बताया कि स्वास्थ्य मंत्री शुक्रवार को ज्ञान कांफ्रेंस हालएसीआईआई कार्यालय में सीआईआई कॉन्फ़ेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्रीज द्वारा द्वितीय उत्तर प्रदेश स्वास्थ्य शिखर सम्मेलन में सस्ती और सुलभ स्वास्थ्य देखभाल को लेकर हो रही बैठक में सम्मिलित हुए । जिसमें प्रदेश की जनता को स्वास्थ्य सेवाओं में बेहतर ढंग से सस्ती और सुलभ देखभाल पर व्यापक चर्चा हुई। स्वस्थ मंत्री डॉ राम मनोहर लोहिया चिकित्सालय में वृक्षारोपण कार्यक्रम में पौधरोपण किया । उन्होंने बताया की स्वास्थ्य मंत्री बरेली मंडल की विभागीय समीक्षा बैठक में हिस्सा लेने चले गए। और नौ अगस्त को स्वास्थ्य मंत्री का एक माह पूर्व सीआईआई द्वारा कार्यक्रम सुनिश्चित होने के कारण प्रयागराज नहीं पहुंचे।
दिनेश तिवारी ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग के स्थानांतरण को लेकर जो बातें कहीं जा रही है। वह बेबुनियाद है ।बताया कि एक जुलाई से 31 जुलाई तक संचारी रोग नियंत्रण पखवारा होने के 19 स्वास्थ्य अधिकारियों का स्थानांतरण रोक दिया गया था। जिससे संचारी रोग नियंत्रण पखवारा सुनियोजित तरीके से चल सके उन्होंने साफ किया कि किसी भी तरह की कोई भी नाराजगी नहीं है साथ ही उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश की कैबिनेट और सरकार काम कर रही है। राजनीतिक साजिश के तहत अफवाहों को हवा दी जाती है। बता दें की बताया जा रहा था की स्वास्थ मंत्री और मुख्यमंत्री से नाराजगी के चलते कार्यकर्म में नही शामिल हुए थे।जिसका कारन स्वस्थ विभाग में हुए अधिकारीयों के स्थानारण को कारण माना जा रहा था।उन्होंने कहा किसी की कोई नाराजगी नही है।